Naresh Bhagoria
8 Nov 2025
ग्वालियर में नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती पंजाब नेशनल बैंक के फील्ड ऑफिसर पंकज शर्मा की रहस्यमयी मौत की परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पंकज की मौत किसी सामान्य कारण से नहीं, बल्कि बेरहमी से पीटे जाने के कारण हुई थी। उसके शरीर पर सिर से लेकर पांव तक कुल 16 गंभीर चोटों के निशान मिले हैं।
सबसे ज्यादा चोटें सिर, पसलियों और फेफड़ों में पाई गईं। मेडिकल पैनल की रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि यह मामला दुर्घटना नहीं, सुनियोजित हत्या का है। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है, जिनमें से एक आरोपी गिरफ्तार हो चुका है, बाकी फरार हैं।
तीन डॉक्टरों की टीम द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम में यह सामने आया है कि पंकज शर्मा के सिर के आगे और ऊपर हिस्से में ताजा और गहरे घाव पाए गए। माथे पर 3x2 सेंटीमीटर का ताजा घाव था, जो डंडे या किसी कठोर वस्तु के प्रहार से हुआ प्रतीत होता है। इसके अलावा उसकी 7वीं और 8वीं पसलियां टूटी हुई थीं और बाएं फेफड़े पर कई घाव थे।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि पंकज के साथ ऐसा व्यवहार किया गया, जैसे उसे बांधकर बुरी तरह पीटा गया हो। सिर की तीन और फेफड़े की छह चोटें मिलाकर उसकी मौत का कारण बनीं।
नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सतेन्द्र सिंह चौहान और दीपक राजावत ने पुलिस को दिए बयान में आरोप लगाया कि 13 अगस्त की रात को संचालकों ने पंकज को अन्य साथियों के साथ पीटा। सतेन्द्र ने बताया कि पंकज को नंगा कर डंडों से मारा गया, जबकि दीपक ने बताया कि उसे हाथ-पैर बांधकर पीटा गया, और वह पूरी घटना का प्रत्यक्षदर्शी है।
दीपक ने यह भी बताया कि अगर कोई बीच में बोलता, तो उसे भी मारा जाता। दोनों गवाहों ने कहा कि पंकज निर्दोष था और आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
पंकज शर्मा (33) ग्वालियर के मुरार स्थित त्यागी नगर के निवासी थे और PNB में फील्ड ऑफिसर थे। वह कुछ समय से नशे की लत से जूझ रहे थे, जिसके चलते परिवार ने 25 जुलाई को उन्हें महाराजपुरा के शनिचरा रोड स्थित मिनी गोल्डन संस्कार नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था।
12 अगस्त को पंकज सात अन्य साथियों के साथ वहां से भाग निकले और अपनी पत्नी अनुकृति और बेटी से मिलने पहुंचे। पंकज को देख परिजनों को कोई शारीरिक समस्या नहीं दिखी, लेकिन भविष्य की चिंता में उन्होंने केंद्र को उसकी जानकारी दी। इसके बाद केंद्र के संचालक उसे जबरन दोबारा वहां ले गए।
13 अगस्त की सुबह पंकज के परिवार को नशामुक्ति केंद्र से कॉल आया कि उसकी तबीयत बिगड़ गई है और उसे ट्रॉमा सेंटर ले जाया जा रहा है। परिजन तुरंत अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां उन्होंने देखा कि पंकज स्ट्रेचर पर मृत अवस्था में पड़ा था।
महाराजपुरा सीएसपी नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि प्रारंभिक जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर यह स्पष्ट हो गया कि पंकज की मौत हत्या है। आरोपी विशाल कांकर (गोहद, भिंड), हर्ष शिंदे (चौहान प्याऊ, थाटीपुर रवि तोमर, धर्मेन्द्र जादौन और कृष्ण मुरारी दीक्षित (इटावा, यूपी के खिलाफ हत्या की FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने आरोपी रवि तोमर को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी चार आरोपियों की तलाश जारी है।