Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
People's Reporter
5 Nov 2025
Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाला महिसागर नदी पर बना गंभीरा ब्रिज बुधवार सुबह अचानक टूट गया। हादसे के वक्त पुल पर भारी ट्रैफिक था और कई वाहन उस पर से गुजर रहे थे। पुल टूटते ही दो ट्रक, एक बोलेरो, एक पिकअप और अन्य वाहन नदी में गिर गए। इस दर्दनाक हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य को रेस्क्यू कर लिया गया है।
यह हादसा बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे हुआ जब महिसागर नदी पर बना करीब 45 साल पुराना गंभीरा पुल भरभराकर टूट गया। पुल पर मौजूद वाहन एक-एक कर नदी में समा गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तेज आवाज के साथ पुल का एक हिस्सा अचानक धंस गया और देखते ही देखते एक ट्रक का आधा हिस्सा हवा में झूलता रह गया, जबकि बाकी वाहन नदी में गिर चुके थे।
घटना के तुरंत बाद मौके से कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिनमें एक ट्रक पुल के अधटूटे हिस्से पर लटका दिखाई दे रहा है। उसके आगे पुल पूरी तरह टूटा हुआ है और पीछे की ओर ब्रिज में बड़ी दरार नजर आ रही है। यह दृश्य बेहद भयावह था।

हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अब तक तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है जबकि दो शव भी बरामद हुए हैं। बाकी लापता लोगों की तलाश जारी है।
महिसागर नदी पर बना यह पुल भरूच, सूरत, नवसारी, तापी और वलसाड जैसे जिलों को सौराष्ट्र से जोड़ता था। इसके टूटने से न केवल यातायात व्यवस्था चरमराएगी, बल्कि पर्यटन और व्यापार पर भी असर पड़ेगा। अब लोगों को सौराष्ट्र पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होगी।
गुजरात में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते महिसागर नदी उफान पर है। विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार पानी के दबाव से पुल की नींव कमजोर हो गई थी। इसके अलावा ब्रिज की उम्र भी 45 साल से ज्यादा हो चुकी थी, लेकिन उसकी समय पर मरम्मत नहीं करवाई गई।
पुल टूटने के बाद वडोदरा और आणंद के बीच संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया है। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस ने वैकल्पिक रूट की व्यवस्था शुरू कर दी है, लेकिन फिलहाल स्थिति बेहद कठिन बनी हुई है।
हादसे के बाद कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह हादसा सरकार की लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि लापरवाही के दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह ब्रिज केवल यातायात ही नहीं, बल्कि आत्महत्या के मामलों के लिए भी जाना जाता था। कई बार पहले भी यहां से लोगों ने नदी में छलांग लगाई है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था का अभाव भी प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है।