Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
Peoples Reporter
7 Oct 2025
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की। लगभग 12 अधिकारियों की टीम के साथ भारी संख्या में CRPF जवान मौजूद थे। कार्रवाई उस वक्त शुरू हुई जब भूपेश बघेल अपने निवास पर थे।
छापे की खबर सबसे पहले खुद भूपेश बघेल ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा की। उन्होंने लिखा- “ED आ गई। आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा उठाना था। साहेब ने मेरे भिलाई निवास में ED भेज दी।”
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी शराब घोटाले और उससे जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का हिस्सा है। ईडी की यह कार्रवाई केवल भूपेश बघेल तक सीमित नहीं रही, बल्कि दुर्ग जिले के अन्य कांग्रेस नेताओं, बिल्डरों, होटल व्यवसायियों और शराब कारोबारियों के ठिकानों पर भी एक साथ छापे मारे गए।
इस कार्रवाई की टाइमिंग भी चर्चा में है, क्योंकि उसी दिन भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल का जन्मदिन भी था। साथ ही यह छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र का अंतिम दिन भी था, जहां बघेल महत्वपूर्ण मुद्दा उठाने वाले थे।
भिलाई-दुर्ग फोरलेन के पास पदुमनगर मेन रोड को पूरी तरह बंद कर दिया गया। किसी को भी भूपेश बघेल के घर की ओर जाने की अनुमति नहीं थी। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और मीडिया को भी कवरेज की अनुमति नहीं दी गई। भिलाई शहर में 2 एडिशनल एसपी, कई थाना प्रभारियों को मौके पर तैनात किया गया।
मार्च 2025 में दुर्ग जिले में भी कई जगहों पर एक साथ ईडी की छापेमारी हो चुकी है, जिनमें शामिल हैं-
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इस कार्रवाई को ‘डबल इंजन सरकार की तानाशाही’ करार दिया। उन्होंने कहा कि, “आज फिर विपक्ष का गला घोंटने की कोशिश की गई। आज तक कुछ नहीं मिला लेकिन हथकंडे जारी हैं। कांग्रेस भूपेश बघेल के साथ है।”
मार्च 2025 में भी ईडी ने बघेल के घर छापेमारी की थी। उस वक्त 32-33 लाख रुपये नकद और दस्तावेज बरामद हुए थे। बघेल ने कहा था कि, “मैं अखबार पढ़ रहा था, चाय पी रहा था, तभी ईडी की टीम आ गई। मैंने उनका स्वागत किया।” उन्होंने कहा कि उनके पास जो भी संपत्ति है, वह उन्होंने घोषित की है और वह अपने संयुक्त परिवार के साथ 140 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं।