People's Reporter
7 Nov 2025
धमतरी। छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू होनी है। इसके लिए धमतरी जिले में प्रशासन ने पूरी तैयारी का दावा किया है। जिले में इस बार 100 धान उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
इधर, तैयारियों के बीच सहकारी समिति के कर्मचारी 3 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कर्मचारी अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक हम धान खरीदी कार्य का बहिष्कार जारी रखेंगे। इस हड़ताल से प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि धान खरीदी केंद्रों का संचालन इन्हीं समितियों के माध्यम से किया जाता है।
धान खरीदी से पहले किसानों ने कटाई-मिंजाई का काम तेज़ी से शुरू कर दिया है। लेकिन अब कर्मचारियों की हड़ताल ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो धान खरीदी प्रक्रिया में देरी हो सकती है, जिससे किसानों को अपनी फसल खुले में रखने और आर्थिक नुकसान का खतरा बढ़ जाएगा।
कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। खरीदी केंद्रों पर सभी मूलभूत सुविधाएं जैसे तोल कांटा, बारदाना, परिवहन व्यवस्था और स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। हालांकि, कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहने से इन तैयारियों पर संकट मंडरा रहा है।
एक ओर प्रशासन 15 नवंबर से खरीदी शुरू करने की तैयारी कर रहा है, तो दूसरी ओर सहकारी समितियों के कर्मचारी आंदोलन पर अड़े हुए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यही है- अगर कर्मचारी हड़ताल पर हैं, तो धान खरीदी कैसे होगी? किसानों को अब यही उम्मीद है कि सरकार जल्द कोई समाधान निकाले ताकि धान खरीदी सुचारु रूप से शुरू हो सके और उन्हें अपनी मेहनत का उचित मूल्य समय पर मिल सके।