Naresh Bhagoria
13 Nov 2025
Mithilesh Yadav
12 Nov 2025
Naresh Bhagoria
11 Nov 2025

यह हादसा बिलासपुर-कटनी रेल सेक्शन के लाल खदान इलाके में हुआ, जो देश के सबसे व्यस्त रेल मार्गों में से एक है। हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और यात्रियों की मदद में जुट गए। रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
रेलवे प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव दल को मौके पर रवाना किया। मेडिकल यूनिट और एम्बुलेंस की मदद से घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बिलासपुर और कोरबा के बड़े अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
हादसे के बाद पूरे रेल मार्ग पर परिचालन ठप हो गया है। ओवरहेड वायर और सिग्नल सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे बहाली में समय लग सकता है। रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट कर दिया है। यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत दूसरी ट्रेनों या बसों से गंतव्य तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
रेलवे प्रशासन ने इस भीषण हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार, सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी या मानवीय भूल की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा। अधिकारी ब्लैक बॉक्स और इंजन रिकॉर्डिंग के डेटा की जांच कर रहे हैं, ताकि घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय लोगों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि पैसेंजर ट्रेन के डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए। कई यात्री अंदर फंसे रह गए। लोगों ने शीशे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी।
हादसे के बाद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने यात्रियों और परिजनों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर यात्रियों की जानकारी और सहायता के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे।