People's Reporter
7 Nov 2025
सुकमा (छत्तीसगढ़)। नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में चल रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिला पुलिस बल और डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) की संयुक्त टीम ने गोमगुड़ा इलाके के घने जंगलों में नक्सलियों की अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री का पता लगाकर उसे ध्वस्त कर दिया। इस फैक्ट्री से 17 चालू हालत की रायफलें, हथियार बनाने की मशीनें, उपकरण, विस्फोटक सामग्री और भारी मात्रा में औजार बरामद किए गए हैं।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि यह फैक्ट्री माओवादियों की पीएलजीए बटालियन नंबर 1 कमेटी द्वारा संचालित की जा रही थी। इसमें हथियार निर्माण और मरम्मत का काम बड़े पैमाने पर किया जाता था। सर्चिंग के दौरान सुरक्षाबलों को गोमगुड़ा क्षेत्र के घने जंगल में यह डंप मिला। पुलिस और डीआरजी की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरी फैक्ट्री को नष्ट कर दिया।
एसडीओपी (नक्सल) मनीष रात्रे ने बताया कि सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि गोमगुड़ा के जंगलों में नक्सली हथियार बना रहे हैं। इसके बाद 3 नवंबर की शाम ऑपरेशन लॉन्च किया गया। हालांकि, किसी नक्सली से मुठभेड़ नहीं हुई, लेकिन सर्च अभियान में बड़ी सफलता मिली और 17 हथियार बरामद किए गए।
इसके अलावा कई अधूरे हथियार, बारूद, और गोला-बारूद निर्माण की सामग्री भी जब्त की गई है।
सुकमा पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री से हथियार निर्माण में उपयोग होने वाले टूल्स, ड्रिल मशीन, वेल्डिंग हैंड शील्ड, बिजली वायर, लोहे के पाइप, हथौड़े, ग्राइंडर प्लेट और गिरमिट जैसे औजार भी बरामद किए गए हैं। यह फैक्ट्री नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से तैयार की गई थी।
अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई नक्सलियों के सशस्त्र नेटवर्क पर एक बड़ा झटका है। यह फैक्ट्री माओवादियों के लिए हथियारों की मरम्मत और नई राइफलों के निर्माण का केंद्र थी। सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों के संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है।
सुकमा पुलिस ने सभी नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने और समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। पुलिस ने कहा है कि सरकार की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पूरी सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन की गारंटी दी जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य केवल नक्सलवाद का उन्मूलन नहीं, बल्कि क्षेत्र में स्थायी शांति और विकास की स्थापना भी है।