Naresh Bhagoria
7 Nov 2025
विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की गुप्त परमाणु गतिविधियों पर चिंता दोहराई। साथ ही अफगानिस्तान में भारतीय मिशन और अबू धाबी में हिरासत में लिए गए भारतीय नागरिक के मामले पर अपडेट जारी किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की गुप्त और गैरकानूनी परमाणु गतिविधियां कोई नई बात नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का इतिहास निर्यात नियंत्रण उल्लंघन, गुप्त परमाणु सौदे, तस्करी और ए.क्यू. खान नेटवर्क जैसी गतिविधियों से भरा है। भारत ने समय-समय पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान के इन कदमों की ओर दिलाया है।
MEA ने पुष्टि की कि भारत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण से जुड़े बयान को ध्यान में लिया है। उन्होंने कहा कि यह बयान भी उसी पृष्ठभूमि को दर्शाता है, जिसके बारे में भारत पहले ही कई बार चेतावनी दे चुका है।
प्रवक्ता ने बताया कि हाल ही में अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच टेलीफोन पर बातचीत भी हुई है। उन्होंने कहा कि काबुल में भारत के तकनीकी मिशन को दूतावास में अपग्रेड किया गया है और अब इसके स्टाफ, जिम्मेदारियों और कार्यप्रणाली को आगे कैसे बढ़ाना है, इस पर चर्चा जारी है। उन्होंने कहा कि इससे जुड़े फैसले जल्द लिए जाएंगे।
MEA ने पुष्टि की कि मेजर विक्रांत जेटली (सेवानिवृत्त) जो अबू धाबी में हिरासत में हैं, उनके मामले पर भारतीय दूतावास लगातार काम कर रहा है। दूतावास के अधिकारियों ने उन्हें चार बार कांसुलर एक्सेस दिया है। अधिकारी उनसे नियमित रूप से मिल रहे हैं। उनके परिवार और पत्नी से भी संपर्क बनाए रखा गया है। दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार उन्हें हर संभव सहायता दी जा रही है।