Naresh Bhagoria
23 Dec 2025
सागर। डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। छात्र नेता छात्र संघ चुनाव कराए जाने और पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की मांग को लेकर रैली के रूप में यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन के सामने पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की और यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर एकतरफा निर्णय लेने का आरोप लगाया।
एनएसयूआई नेताओं का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सत्र 2025-26 के लिए कक्षा प्रतिनिधि और अध्ययनशाला प्रतिनिधि चुनने हेतु पिछली परीक्षा में प्रवीणता (Merit) के आधार पर चुनाव कराए जाने का निर्णय लिया है, जो छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन है। एनएसयूआई का तर्क है कि छात्र परिषद गठन का यह तरीका अनुचित है- हमारे प्रतिनिधि हमारी वोटिंग से चुने जाने चाहिए, अंकों के आधार पर नहीं। इस संबंध में कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर छात्र संघ चुनाव कराने की मांग रखी।
प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता कुलपति का पुतला लेकर परिसर में पहुंचे। वे पुतला प्रशासनिक भवन के सामने जलाने की कोशिश करने लगे, जिसके चलते पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हो गई। पुलिस ने पुतला जलाने से पहले ही उसे जब्त कर लिया, जिसके बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने वाटर कैनन (Water Cannon) का इस्तेमाल कर प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाया। एनएसयूआई कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कुछ देर तक विश्वविद्यालय परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए। बाद में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया गया।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि छात्र परिषद गठन की प्रक्रिया विश्वविद्यालय अधिनियम और नियमों के अनुसार की जा रही है। प्रवक्ता के अनुसार, सत्र 2025-26 के लिए प्रतिनिधियों का चयन विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रक्रिया के अनुरूप किया जा रहा है। छात्रों से संवाद कर मामले को सुलझाया जाएगा।
हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में लंबे समय से छात्र संघ चुनाव नहीं हो रहे, जिससे छात्रों में नाराजगी बढ़ी हुई है। एनएसयूआई ने चेतावनी दी है कि अगर चुनाव प्रक्रिया घोषित नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा।