Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
People's Reporter
5 Nov 2025
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर खौफ फैलाया है। रविवार देर रात तर्रेम थाना क्षेत्र में 4-5 नक्सली गांव में घुसे और दो ग्रामीणों को उनके घर से बाहर बुलाकर धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी।
मरने वालों की पहचान 55 वर्षीय कवासी जोगा (ग्राम छुटवाई) और 50 वर्षीय मंगलू कुरसाम (ग्राम बड़ा तर्रेम) के रूप में हुई है। घटना की जिम्मेदारी नक्सलियों की जगरगुंडा कमेटी ने ली है।

जानकारी के अनुसार, मारे गए मंगलू कुरसाम का बेटा नंदू पहले नक्सली था लेकिन उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। आशंका है कि नक्सली नंदू की हत्या करने आए थे, लेकिन वह घर पर नहीं था। इसीलिए उसके पिता को निशाना बना लिया गया।
इस वारदात के बाद पूरे इलाके में डर और गुस्से का माहौल है। ग्रामीण सहमे हुए हैं। पुलिस ने फौरन मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर गश्त बढ़ा दी गई है।
बीते 25 दिनों में बीजापुर जिले में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में 10 लोगों की हत्या कर दी है। इनमें 6 ग्रामीण, 2 छात्र और 2 शिक्षा दूत शामिल हैं। नक्सली अब स्कूल और कॉलेज के छात्रों को भी नहीं बख्श रहे।
17 जून 2025 को नक्सलियों ने बीजापुर के पेद्दाकोरमा गांव में 13 साल के छात्र, 20 साल के कॉलेज स्टूडेंट और एक ग्रामीण युवक की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। उस दिन गांव में करीब 70-80 हथियारबंद नक्सली आए थे और 10 से ज्यादा लड़कों को बंधक बनाया था। बाद में बुरी तरह पीटने के बाद कुछ को छोड़ दिया गया।
नक्सली अब अपने पुराने साथियों के रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ रहे। 17 जून को मारे गए सभी ग्रामीण सरेंडर कर चुके नक्सली दिनेश मोड़ियम के रिश्तेदार थे। नक्सलियों ने आरोप लगाया कि उन्होंने ही दिनेश को सरेंडर के लिए उकसाया था और पैसे लिए, इसलिए उन्हें “सजा” दी गई।
आंकड़ों के मुताबिक, बीजापुर में नक्सली पिछले 25 सालों में अब तक 1821 लोगों की जान ले चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या में मासूम ग्रामीण शामिल हैं।
पुलिस ने कहा है कि मासूमों की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इलाके में ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं और नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।