Shivani Gupta
6 Oct 2025
Shivani Gupta
6 Oct 2025
नई दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य में दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर (गुरुवार) को, दूसरे चरण की 11 नवंबर को होगी, जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। चुनावी प्रक्रिया कुल 40 दिन तक चलेगी।
इस घोषणा के साथ ही बिहार में आचार संहिता लागू हो गई है। राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर करीब 7.43 करोड़ मतदाता अपने जनप्रतिनिधि चुनेंगे।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिलाएं और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 7.2 लाख दिव्यांग मतदाता और 4.04 लाख 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक भी वोट देने के पात्र हैं।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि बिहार में 14 हजार से अधिक शतायु (100 वर्ष या उससे अधिक उम्र के) मतदाता भी इस बार लोकतंत्र के महोत्सव में भाग लेंगे। राज्य में 1.63 करोड़ युवा मतदाता (20-29 वर्ष) और 14.01 लाख प्रथम बार वोट देने वाले (18-19 वर्ष) वोटर हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार 14 लाख से अधिक लोग पहली बार मतदान करेंगे। वहीं, जिन मतदाताओं का पता बदला है, उन्हें चुनाव आयोग नया वोटर कार्ड जारी करेगा। उन्होंने कहा, SIR (Systematic Information Revision) के तहत वोटिंग लिस्ट अपडेट की गई है। जो नाम छूट गए हैं, वे नामांकन से 10 दिन पहले तक जोड़े जा सकते हैं।
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस बार एक मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे। हर बूथ पर उम्मीदवारों की रंगीन फोटो और नाम बड़े अक्षरों में EVM पर दर्ज रहेंगे, जिससे मतदाताओं को पहचानने में आसानी होगी। साथ ही उम्मीदवार अपने बूथ मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर ही स्थापित कर सकेंगे।
आयोग ने बताया कि जो मतदाता पोलिंग बूथ तक नहीं जा सकते, वे फॉर्म 12D भरकर घर से वोट डाल सकेंगे। इस सुविधा का लाभ 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता और दिव्यांगजन उठा सकेंगे।
CEC ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग ने नया ऐप ‘ECI Net’ लॉन्च किया है। इसे ‘मदर ऑफ ऑल इलेक्शन ऐप्स’ कहा जा रहा है। यह ऐप बिहार चुनाव के दौरान पूरी तरह सक्रिय रहेगा और इसके माध्यम से निर्वाचन से जुड़ी सभी प्रमुख प्रक्रियाओं की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी।
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि SIR को लेकर सोशल मीडिया पर कई बातें कही गईं, लेकिन सच्चाई यह है कि राजनीतिक दलों ने ही इस प्रक्रिया की मांग की थी। उन्होंने कहा, 24 जून 2025 से मतदाता सूची का शुद्धिकरण शुरू हुआ था। 1 अगस्त को ड्राफ्ट सूची जारी की गई और 30 सितंबर को फाइनल सूची प्रकाशित की गई। अगर किसी मतदाता का नाम अभी भी छूटा है, तो वह जिलाधिकारी के पास अपील फाइल कर सकता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कहा- मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि बिहार चुनाव पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होंगे। सभी दलों को समान अवसर दिया जाएगा और मतदाताओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।