Aditi Rawat
11 Nov 2025
तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी बहुत प्रसिद्ध हैं। आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन सर्दियों के मौसम में तुलसी का पौधा जल्दी सूखने लगता है और इसकी देखभाल थोड़ी मुश्किल हो जाती है। ऐसे में यह जरूरी है कि हम तुलसी के पौधे का सही तरीके से ध्यान रखें।
तुलसी के सूखने के कुछ और कारण भी हैं। ज्यादा रासायनिक खाद या कीटनाशक देने से पौधे की जड़ें और पत्तियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे तुलसी जल्दी सूख सकती है। इसके अलावा, अगर तुलसी को बार-बार गमले या जगह बदलते हैं तो पौधा तनाव में आ जाता है और सूख सकता है। मिट्टी में पानी रुक जाए यानी जलभराव होने पर जड़ें सड़ जाती हैं और पौधा कमजोर होकर सूखने लगता है। इसके साथ ही तना या पत्तों में कीड़े, फफूंदी या कवक लगने से भी पौधा धीरे-धीरे कमजोर और सूख जाता है। कभी-कभी तुलसी बहुत ज्यादा फूल या बीज बनाने लगती है, जिससे सारी ऊर्जा उसमें लग जाती है और पत्तियों का विकास रुक जाता है। इसलिए तुलसी को हरा-भरा रखने के लिए संतुलित पानी, हल्की मिट्टी, नियमित देखभाल और कीड़ों से सुरक्षा बहुत जरूरी है।
तुलसी को हमेशा हरा-भरा और स्वस्थ रखने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं। अगर आप चाहें कि आपका तुलसी का पौधा घना, ताज़ा और पत्तों से भरपूर रहे, तो इन अचूक तरीकों का पालन करें।
सर्दी और उमस में तुलसी के पत्तों पर छोटे कीड़े और काले धब्बे लग सकते हैं। इसे रोकने के लिए 15-20 पत्तियों को 250 मिलीलीटर पानी में उबालकर ठंडा करें और स्प्रे करें। यह पौधे को रासायनिक कीड़ों से बचाता है।
तुलसी की जड़ों को हवा और धूप मिलने के लिए मिट्टी को समय-समय पर ढीला करना जरूरी है। मिट्टी सूखने पर पौधे के चारों ओर ऊपरी परत को धीरे-धीरे खोदें, लेकिन जड़ों को नुकसान न पहुँचने दें।
तुलसी को हरा-भरा रखने के लिए फूलों और कलियों की छंटाई करें। अगर कलियां रह जाएँ तो पौधे की ऊर्जा बीज बनाने में लग जाती है और पत्तियों का विकास रुक जाता है।
सर्दियों में तुलसी को धूप वाली जगह पर रखें। पर्याप्त रोशनी और गर्मी से पत्तियां हरी और ताजगी भरी रहती हैं और पौधे का विकास अच्छा होता है।
तुलसी को नियमित हल्का पानी दें और समय-समय पर जैविक खाद या गोबर की खाद दें। यह पौधे को मजबूत बनाता है और पोषक तत्व देता है।
पौधे के आसपास सूखे पत्ते और गिरे फूल हटाते रहें। इससे कीड़े और रोग दूर रहते हैं और पौधा स्वस्थ रहता है।