Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
People's Reporter
5 Nov 2025
वाराणसी में आज कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का भव्य आयोजन किया गया। पूरी काशी रोशनी से नहाई हुई नजर आई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमो घाट पर पहला दीप जलाकर उत्सव की शुरुआत की। 84 घाटों पर लगभग 25 लाख दीये जलाए गए। इस दौरान दशाश्वमेध घाट पर देशभक्ति और आध्यात्मिकता का संगम देखने को मिला, जबकि सीएम योगी ने क्रूज पर बैठकर इस अनुपम दृश्य का अवलोकन किया।
इस बार देव दीपावली पर पर्यटन विभाग ने 15 लाख दीपों की व्यवस्था की, जबकि समितियों और काशीवासियों ने 10 लाख दीप जलाए। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष पांच लाख अधिक दीये जलाए गए। देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर दीपदान किया और अद्भुत नजारा देखने को मिला। करीब 40 देशों के पर्यटक काशी पहुंचे, वहीं जयपुर और कोलकाता से आए श्रद्धालु एक समान ड्रेस में शामिल हुए।
इस बार दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की थीम पर आयोजित की गई। घाट पर 21 अर्चक और 42 देव कन्याओं ने रिद्धि-सिद्धि रूप में आरती की। 51 हजार दीपों और 21 कुंतल फूलों से सजे घाट पर शंखनाद और घंटियों की गूंज ने माहौल को दिव्य बना दिया। सेना के तीनों विंग के अधिकारियों ने अमर ज्योति की रेप्लिका पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा क्रूज से 84 घाटों की देव दीपावली का नज़ारा लिया। उन्होंने घाटों की जगमगाती रोशनी और लेजर शो का आनंद लिया। इस दौरान स्थानीय मंत्री और अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि “काशी की देव दीपावली भारत की सांस्कृतिक आत्मा का उत्सव है, जो विश्व को भारतीय अध्यात्म का संदेश देती है।”
देव दीपावली के अवसर पर चेत सिंह किला परिसर में भव्य लेजर शो और आतिशबाज़ी का आयोजन किया गया। ड्रोन कैमरों से इस कार्यक्रम का शानदार वीडियो कैप्चर किया गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया। बाबा के दरबार में विशेष पूजा-अर्चना और दीपमालिका आयोजित हुई। हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए और महाआरती में शामिल हुए। पूरे परिसर में भजन-कीर्तन और “हर हर महादेव” के जयकारे गूंजते रहे।
काशी के साथ-साथ गाजीपुर, प्रयागराज और मथुरा में भी देव दीपावली धूमधाम से मनाई गई। प्रयागराज में 5 लाख और मथुरा में 2 लाख दीप जलाए गए। गाजीपुर में गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने दीपदान कर भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।
बबुआ पांडेय घाट पर इस बार 'I Love Kashi' की थीम पर विशेष सजावट की गई। 15 हजार दीपों से घाट को सजाया गया और दीयों से “I Love Kashi” का संदेश लिखा गया। इस दृश्य ने दर्शकों का मन मोह लिया और घाट पर देशभक्ति व सांस्कृतिक एकता की अनूठी झलक दिखाई दी।
शास्त्रों के अनुसार, देव दीपावली उस दिन मनाई जाती है जब भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का संहार किया था। तब देवता प्रसन्न होकर काशी में उतरे और दीप जलाकर इस विजय का उत्सव मनाया। तभी से यह पर्व “देवताओं की दीपावली” के रूप में मनाया जाता है।