Shivani Gupta
19 Dec 2025
दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का तेजी से बढ़ता इस्तेमाल अब नौकरियों पर सीधा असर डाल रहा है। अमेरिका में हर महीने हजारों लोगों की नौकरियां AI की वजह से जा रही हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ जुलाई 2025 में ही 10,000 से ज्यादा नौकरियां AI के कारण खत्म हुईं।
रिपोर्ट 'चैलेंजर, ग्रे एंड क्रिसमस' नाम की आउटप्लेसमेंट कंपनी ने जारी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल नौकरी जाने के 5 सबसे बड़े कारणों में AI भी शामिल है। जुलाई में प्राइवेट कंपनियों ने केवल 73,000 नई नौकरियां दीं, जबकि पिछले साल की तुलना में यह संख्या काफी कम है। इस साल जनवरी से जुलाई के बीच कुल 8 लाख 6 हजार से ज्यादा लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं, जो 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
AI का सबसे बड़ा असर टेक इंडस्ट्री पर पड़ा है। इस सेक्टर में अब तक 89,000 से ज्यादा नौकरियां जा चुकी हैं। यह पिछले साल की तुलना में 36% ज्यादा है। साल 2023 से अब तक 27,000 से ज्यादा लोगों की नौकरियां सीधे तौर पर AI की वजह से चली गई हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि AI के अलावा वर्क वीजा को लेकर अनिश्चितता और सरकारी बजट कटौती भी लोगों की नौकरियों पर असर डाल रही है। खासकर गैर-सरकारी संस्थाओं और हेल्थ सेक्टर में इस कारण छंटनी तेज हुई है।
AI के कारण एंट्री-लेवल की नौकरियों में 15% की गिरावट देखी गई है। यानी जो छात्र कॉलेज से अभी निकले हैं, उन्हें नौकरी मिलने में पहले से ज्यादा परेशानी हो रही है। करियर प्लेटफॉर्म हैंडशेक के अनुसार, AI से जुड़ी नौकरियों के विज्ञापन भी पिछले दो साल में 400% बढ़े हैं। इससे साफ है कि कंपनियां अब नए कर्मचारियों की जगह AI पर ज्यादा भरोसा कर रही हैं।
AI के अलावा, टैरिफ और महंगाई की वजह से खुदरा दुकानों और सेवाओं में भी छंटनी बढ़ी है। इस साल अब तक रिटेल सेक्टर में 80,000 से ज्यादा नौकरियां जा चुकी हैं, जो पिछले साल की तुलना में 250% ज्यादा है। अगर ग्राहक खर्च करना कम करते हैं तो ये संख्या और बढ़ सकती है।
AI का असर सबसे ज्यादा ऑफिस में काम करने वाले यानी व्हाइट कॉलर वर्कर्स पर हो रहा है। Ford के CEO ने हाल ही में कहा कि अमेरिका में आधे से ज्यादा व्हाइट कॉलर कर्मचारियों की जगह AI ले सकता है। वहीं Amazon के CEO एंडी जैसी ने भी माना है कि AI से कंपनी में कर्मचारियों की जरूरत कम हो जाएगी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कई कंपनियां अब नए कर्मचारियों की भर्ती रोक रही हैं और उस पैसे से AI टूल्स खरीद रही हैं। एक HR विशेषज्ञ जोश बर्सिन ने कहा, “अब कंपनियों के पास AI खरीदने के लिए खुली छूट है, लेकिन नई भर्तियों के लिए नहीं।”