
‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर शुरू हुआ नया विवाद अब मध्य प्रदेश तक पहुंच गया है। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी हेड नदव लैपिड (Nadav Lapid) ने The Kashmir Files को अभद्र और प्रोपेगेंडा फिल्म करार दिया था। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं। वहीं अब नदव लैपिड की टिप्पणी पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है। उन्होंने लैपिड की टिप्पणी को शर्मनाक बताया है।
इजराइली फिल्म निर्माता #नदव_लैपिड के #द_कश्मीर_फाइल्स पर टिप्पणी करने पर MP के गृह मंत्री #नरोत्तम_मिश्रा का बयान, कहा- मुंह में सोने की चम्मच लेकर पैदा होने वालों को दर्द समझ नहीं आएगा।@drnarottammisra #NadavLapid #Bollywood #TheKashmirFilesAtIFFI pic.twitter.com/SXN8otD2y0
— Peoples Samachar (@psamachar1) November 29, 2022
गृहमंत्री ने लैपिड की टिप्पणी को शर्मनाक बताया
द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर टिप्पणी के मामले में मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- जाके पैर न फटी बिवाई… वो क्या जाने पीर पराई…। सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा होने वाले नदव लैपिड जी आपको पीड़ा समझ नहीं आएगी। गृह मंत्री ने कहा कि 90 के दशक में घर बार, कारोबार और अपनों को छोड़ने का जो दंश कश्मीरी हिंदुओं ने झेला है, उस पीड़ा और दर्द को हर भारतवासी के सामने सजीव रूप से फिल्म कश्मीर फाइल्स के माध्यम से पहुंचाया गया है।
गृह मंत्री ने कहा- काश, टिप्पणी करने वाले महोदय एक बार रूबरू पीड़ित कश्मीरी पंडितों से मिले होते और उनके दर्द का शतांश भी महसूस किया होता…। आपका यह बयान अलगाववादी और टुकड़े-टुकड़े मानसिकता वाली गैंग का समर्थन करता है। मैं नदव लैपिड के बयान की निंदा करता हूं।
अनुपम खेर का पलटवार
‘द कश्मीर फाइल्स’ में प्रमुख भूमिका निभाने वाले अनुपम खेर (Anupam Kher) ने नदव लैपिड के बयान की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो.. सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है..’। इतना ही नहीं अभिनेता ने मीडिया से कहा, ‘हम जूरी हेड और इजराइल के फिल्म मेकर नदव लैपिड को सही तरीके से जवाब देंगे। यदि नरसंहार सही है तो कश्मीरी पंडितों का पलायन सही है। उनके लिए इस तरह का बयान देना शर्मनाक है।
क्या है विवाद ?
गोवा में आयोजित 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया के समापन पर IFFI जूरी प्रमुख नदव लैपिड (Nadav Lapid) ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को अभद्र और प्रोपेगेंडा फिल्म करार दिया था। उन्होंने कहा, ‘मैं इस तरह के फिल्म समारोह में ऐसी फिल्म को देखकर हैरान हूं।’ उनका यह बयान वायरल होने के बाद अब इस पर विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के जूरी बोर्ड ने इस टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है और कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है।
फिल्म में दिखाया कश्मीरी पंडितों का दर्द
द कश्मीर फाइल्स में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी पंडितों की हत्या के बाद के हालातों को बयां किया गया है। कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी यह फिल्म 11 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी। यह इफ्फी के ‘इंडियन पनोरमा सेक्शन’ का हिस्सा थी और 22 नवंबर को वहां प्रदर्शित की गई थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 330 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
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