Manisha Dhanwani
17 Nov 2025
ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (77) के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराध के मामले में विशेष ट्रिब्यूनल आज फैसला सुनाएगा। इस फैसले का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। हसीना और उनके सह-आरोपियों पर जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के दौरान हिंसा, हत्या और मानवता के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं।
देशभर में तनाव बढ़ गया है और सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। पिछले चार दिनों में कई शहरों में आगजनी, धमाके, पथराव और सड़क जाम की घटनाएं हुई हैं। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने पेड़ गिराकर हाईवे जाम कर दिया।
बांग्लादेश इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) ने हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल और तत्कालीन आईजीपी चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून पर पांच गंभीर आरोप लगाए हैं। मुख्य आरोप इस प्रकार हैं-
मानवता के खिलाफ अपराध: निहत्थे छात्रों पर फायरिंग, ड्रोन और हेलिकॉप्टर से हमले।
लीथल फोर्स का इस्तेमाल: स्टूडेंट अबू सईद की हत्या और चानखारपुल नरसंहार।
एनफोर्स्ड डिसअपीयरेंस: सैकड़ों लोगों का अपहरण और गायब करना।
टॉर्चर और एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल किलिंग्स: शव जलाना और सबूत नष्ट करना।
इंसाफ में बाधा डालना: जांच एजेंसियों और कोर्ट पर दबाव।
सह-आरोपी:
सबूत और गवाह: 84 गवाह, ऑडियो टेप्स, वीडियो फुटेज, ड्रोन लॉग्स और अस्पताल रिकॉर्ड्स।
मुख्य अभियोजक ने हसीना को मास्टरमाइंड बताते हुए मृत्युदंड की मांग की है।
देशभर में फैसले को लेकर पहले ही हिंसा भड़क उठी है। ढाका में पुलिस को हिंसक प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश दिया गया। शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक ढाका में दो बसों को आग लगा दी गई। अंतरिम सरकार ने सेना, पुलिस और सीमा रक्षकों को तैनात किया है। चीफ प्रॉसीक्यूशन (मुख्य अभियोजक) ने हसीना को मास्टरमाइंड बताते हुए मौत की सजा की मांग की है। हालांकि, हसीना के समर्थक इस केस को राजनीतिक बदला बता रहे हैं। 14 नवंबर को अवामी लीग के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी।
शेख हसीना ने आरोपों को मनगढ़ंत और राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने ट्रिब्यूनल पर निष्पक्षता की कमी का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। हसीना 5 अगस्त 2024 को सत्ता से हटने के बाद भारत में हैं। भारत सरकार ने उनका वीजा बढ़ा दिया है, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो गई है और बांग्लादेश द्वारा डिपोर्टेशन संभव नहीं है।
बांग्लादेश में 2024 में छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। 5 अगस्त को छात्रों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के आवास पर हमला किया। इसके बाद हसीना भारत चली गईं।
इस आंदोलन का कारण 30% कोटा सिस्टम (आरक्षण) था, जिसे हसीना सरकार ने हटाया था। आंदोलन के बाद हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया और अवामी लीग की 20 साल पुरानी सरकार गिर गई। अंतरिम सरकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी।
23 जून 1996: पहली बार प्रधानमंत्री
2001-2009: विपक्ष में
6 जनवरी 2009: दूसरी बार प्रधानमंत्री
2014: तीसरी बार
2019: चौथी बार
जनवरी 2024: लगातार चौथी और कुल पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनीं