Aakash Waghmare
21 Oct 2025
Priyanshi Soni
21 Oct 2025
तियानजिन (चीन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन पहुंचे, जहां रविवार को उनकी मुलाकात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई। जून 2020 के गलवान घाटी विवाद के बाद यह दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की भेंट थी। मुलाकात ने न केवल सीमा विवाद पर समाधान की उम्मीदें जगाईं, बल्कि द्विपक्षीय संबंधों में सहयोग की नई राह भी खोली। समिट में भाग लेने चीन पहुंचे सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की ग्रुप फोटो सामने आ गई है। सभी एक मंच पर नजर आए।
चीन के तियानजिन में आयोजित SCO समिट में सदस्य देशों के सभी राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। इस अवसर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी पेंग लियुआन ने प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी नेताओं का स्वागत किया। फोटो सेशन के दौरान पीएम मोदी, शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, शहबाज शरीफ सहित अन्य राष्ट्राध्यक्षों ने वैश्विक सहयोग का संदेश दिया।
ग्रुप फोटो से पहले भारत सहित एससीओ के अन्य सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने मेजबान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी से हाथ मिलाए। जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच हुई हैंडशेक का वीडियो भी सामने आया है।
गलवान संघर्ष के बाद से भारत-चीन रिश्ते तनावपूर्ण रहे। ऐसे में यह बैठक खास महत्व रखती है। दोनों नेताओं ने करीब 50 मिनट की द्विपक्षीय वार्ता में सीमा पर शांति, व्यापारिक सहयोग और आपसी विश्वास बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने साफ किया कि भारत और चीन विकास के साझीदार हैं, न कि प्रतिद्वंद्वी।
एससीओ समिट में ग्रुप फोटो सेशन के दौरान ही पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको और मिस्त्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली से भी बेहद गर्मजोशी से मुलाकात की। इन नेताओं से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीरें भी सामने आई है।
SCO समिट के दौरान पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू से बातचीत की। इस दौरान मोदी ने कहा- मालदीव के साथ भारत का विकासात्मक सहयोग हमारे लोगों के लिए खास है।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा- केपी ओली से मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई। नेपाल के साथ भारत के संबंध बहुत गहरे और विशेष हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में कहा-
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा-
बीते वर्षों में भारत-चीन रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहे हैं। लेकिन इस समिट में दोनों देशों ने सकारात्मक माहौल का स्वागत किया और रिश्तों को “नए सिरे से मजबूत करने” पर सहमति जताई। इस मुलाकात को ‘ड्रैगन और हाथी के साथ चलने की नई शुरुआत’ के रूप में देखा जा रहा है।