Priyanshi Soni
22 Oct 2025
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच जन सुराज आंदोलन के संस्थापक प्रशांत किशोर के चुनाव न लड़ने के फैसले ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। इस पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर आप खुद आगे आकर नेतृत्व नहीं कर सकते, तो पार्टी आप पर कैसे भरोसा करेगी? प्रशांत जी का फैसला कार्यकर्ताओं का विश्वास तोड़ देगा। चिराग ने आगे कहा कि जब कोई नेता खुद मैदान में उतरने से कतराता है, तो इससे कार्यकर्ताओं में निराशा फैलती है।
चिराग पासवान ने प्रशांत किशोर की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि नेतृत्व का मतलब सिर्फ योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि जमीन पर उतरकर जनता के बीच काम करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि जो नेता चुनावी मैदान से दूरी बनाए रखते हैं, वे कार्यकर्ताओं में भरोसा नहीं जगा सकते।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अब अपने निर्णायक चरण में पहुंच चुका है। राज्य की 243 सीटों में से दूसरे चरण की 122 सीटों पर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। वहीं, पहले चरण की 121 सीटों पर नाम वापस लेने की अंतिम तारीख भी खत्म हो गई है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पहले चरण में 1375 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। जांच के बाद सभी नामांकन सही पाए गए, लेकिन 61 उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिए। अब 121 सीटों पर 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें राजनीतिक दलों के साथ-साथ कई निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल हैं।