Aakash Waghmare
21 Oct 2025
बर्लिन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों दुनियों में जारी कई युद्धों को रुकवाने का अक्सर दावा करते नजर आ रहे हैं। इससे वे लगातार काफी सुर्खियां बटौर रहे हैं। इसी बीच जर्मनी की दक्षिणपंथी पार्टी आल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AfD) ने अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप को जर्मन जिले बैड ड्यूरखाइम की मानद नागरिकता देने का प्रस्ताव रखा है। इस पर 29 अक्टूबर को अहम फैसला होना है। AfD के लोकल नेता थॉमस स्टीफन ने कहा कि ट्रम्प ने इजराइल-गाजा विवाद खत्म करने के साथ इजराइली और 8 जर्मन बंधकों को छुड़ाने में मदद की, इसलिए उन्हें यह सम्मान मिलना चाहिए। दरअसल, दक्षिण-पश्चिम हिस्से में बाड डुर्कहाइम नाम का एक जिला है इसी का एक छोटा-सा गांव है कैलश्टाट, जिसका ट्रंप कनेक्शन है।
एएफडी ने डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के सामने यह प्रस्ताव रखा है। इस पर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेटर हेंस-उलरिच ने कहा कि मानद नागरिकता देने से पहले इसके नियमों पर अच्छे से चर्चा होनी चाहिए। उनका कहना है कि जर्मनी में मानद नागरिकता उन लोगों को दी जाती है। जिन्होंने कुछ खास काम किया हो, लेकिन ट्रम्प को यह सम्मान देना विवादास्पद हो सकता है।
हालांकि कई लोगों को लगता है कि यह प्रस्ताव बस दिखावटी है और शायद पास न हो। फिर भी, ट्रम्प का इस क्षेत्र से पुराना रिश्ता और उनके काम की वजह से यह चर्चा में बना है।
डोनाल्ड ट्रंप के दादा फ्रेडरिक जर्मनी के छोटे से गांव काल्स्टाट के रहने वाले थे। ग्वेंडा ब्लेयर की किताब द ट्रम्प्स: थ्री जेनरेशन्स दैट बिल्ट एन एम्पायर बताती है कि फ्रेडरिक का बचपन बड़ी मुश्किलों में बीता था। आठ साल की उम्र में उनके पिता का देहांत हो गया। खराब तबीयत की वजह से खेती नहीं कर पाए तो उनकी मां ने उन्हें नाई का काम सिखाया। उसके बाद फ्रेडरिक ने जर्मनी के सख्त सैन्य कानून से बचने के लिए 16 साल की उम्र देश छोड़ दिया। वहां हर नौजवान को तीन साल तक फौज में रहना पड़ता था। फ्रेडरिक अक्टूबर 1885 में 10 दिन की समुद्री यात्रा के बाद न्यूयॉर्क पहुंचे। वहां फिर नाई की दुकान खोली।
शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप ने अपने जर्मन मूल का जिक्र बहुत कम किया,दरअसल वे कहते रहे कि उनका परिवार स्वीडन से है। इसका कारण यह है कि दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद अमेरिका में जर्मनी विरोधी भावना ज्यादा थी। और वे खुद की जर्मन जड़ो को सार्वजनिक तौर पर नहीं बताते थे। बाद में जब उनकी पहचान एक बड़े बिजनेसमैन के तौर पर स्थापित हो गई तब उन्होंने कहना शुरू किया कि मेरी फैमिली जर्मनी से आई है।
फ्रेडरिक साल 1902 में जर्मनी लौटे और एलिजाबेथ क्राइस्ट से शादी की। दोनों अमेरिका गए, लेकिन वहां की ठंड में एलिजाबेथ की तबीयत अक्सर खराब रहने लगी। 1904 में फ्रेडरिक पत्नी को लेकर वापस जर्मनी गए, लेकिन वहां फौज ने उन्हें देश से निकाल दिया। उन पर स्टांप घोटाले का इल्जाम लगा था। न्यूयॉर्क लौटकर 1905 में एलिजाबेथ ने फ्रेड ट्रंप को जन्म दिया, जो डोनाल्ड ट्रम्प के पिता थे। 1918 में फ्रेडरिक की मौत हो गई, तब फ्रेड सिर्फ 15 साल के थे। 1927 में फ्रेड ने अपनी मां के नाम पर एलिजाबेथ ट्रंप एंड सन नाम की रियल एस्टेट कंपनी शुरू की।