Priyanshi Soni
28 Oct 2025
कुआलालंपुर। आसियान सम्मेलन के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने टैरिफ, आतंकवाद और ऊर्जा जैसे कई अहम मुद्दों पर बयान दिए। उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र पर चिंता जताते हुए कहा कि ऊर्जा व्यापार पर लगातार रोक लगाई जा रही है, जिससे तेल बाजार में अस्थिरता बढ़ रही है। सिद्धांतों को चुनिंदा तरीके से लागू किया जा रहा है। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका भारत को रूस से तेल खरीदने के लिए लगातार धमका रहा है और भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा चुका है।
जयशंकर ने बाजारों का जिक्र करते हुए सप्लाई चेन की विश्वसनीयता और बाजार तक पहुंच को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर वैश्विक सहयोग आवश्यक है। वहीं, आतंकवाद पर उन्होंने कहा कि दुनिया को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए। साथ ही गाज़ा और यूक्रेन जैसे संघर्षों को सुलझाने के प्रयास तेज किए जाने चाहिए, क्योंकि इनसे वैश्विक खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा आपूर्ति दोनों पर खतरा मंडरा रहा है।
बताया गया कि अमेरिका के टैरिफ से दुनिया भर के कई देशों की आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ा है। अमेरिका लगातार यह दावा कर रहा है कि भारत, रूस से कच्चा तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध को वित्तपोषित कर रहा है। इसी कारण अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। बीते हफ्ते अमेरिका ने रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों- रोसनेफ्ट और लुकोइल पर भी प्रतिबंध लगा दिया, जिससे भारत की ऊर्जा आपूर्ति प्रभावित हुई है। वहीं, चीन ने दुर्लभ खनिजों और भारी मशीनरी के निर्यात पर रोक लगाकर वैश्विक बाजारों में नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं।