Shivani Gupta
10 Sep 2025
Shivani Gupta
10 Sep 2025
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत गुरुवार को 75 वर्ष के हो गए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मोहन भागवत एक असाधारण व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने हमेशा राष्ट्र को सर्वोपरि रखा है। पीएम मोदी ने अपने विशेष संदेश और लेख में भागवत के जीवन, संघ में उनकी भूमिका और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान का उल्लेख किया।
पीएम मोदी ने कहा कि स्वयंसेवकों के लिए यह सौभाग्य है कि उनके पास मोहन भागवत जैसे दूरदर्शी और परिश्रमी सरसंघचालक हैं। उन्होंने लिखा कि भागवत जी ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के मंत्र से प्रेरित होकर समाज में समता, समरसता और बंधुत्व की भावना को सशक्त बनाने में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है।
पीएम मोदी ने अपने संदेश में 11 सितंबर की ऐतिहासिक घटनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा –
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में लिखा कि उनका भागवत के परिवार से गहरा संबंध रहा है। उन्होंने मोहन भागवत के पिता मधुकरराव भागवत के साथ काम करने का अनुभव साझा किया। मधुकरराव स्वयं भी एक समर्पित प्रचारक थे और राष्ट्र निर्माण के कार्य में सक्रिय रहे। पीएम मोदी ने अपनी किताब ज्योतिपुंज में मधुकरराव का उल्लेख किया है।
पीएम मोदी ने भागवत को मृदुभाषी, संगीत और पठन-पाठन में रुचि रखने वाला बताया। उन्होंने कहा कि भागवत में सुनने की अद्भुत क्षमता है, जो उनके नेतृत्व को और भी संवेदनशील और गरिमामयी बनाती है।
हाल ही में भागवत के 75 वर्ष पूरे होने पर उनके रिटायरमेंट को लेकर अटकलें लगाई गई थीं। इस पर भागवत ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी सेवानिवृत्ति की बात नहीं कही। उन्होंने कहा कि जब तक संघ चाहेगा, वे पूरी निष्ठा से कार्य करते रहेंगे।
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान मोहन भागवत के मार्गदर्शन को भी याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे भागवत ने स्वयंसेवकों को सुरक्षित रहते हुए समाजसेवा करने और तकनीक का उपयोग बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
इस वर्ष विजयादशमी पर संघ 100 वर्ष का हो जाएगा। पीएम मोदी ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि ऐसे समय में संघ का नेतृत्व मोहन भागवत जैसे दूरदर्शी व्यक्तित्व के हाथों में है।