Manisha Dhanwani
13 Sep 2025
Manisha Dhanwani
12 Sep 2025
इंदौर -- ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड जिसमे ग्वालियर के रहने वाले दो आरोपियों को कोर्ट ने चालान पेश होने से पहले ही जमानत दे दी थी। इस केस में राजा की हत्या का वो कारण सामने नहीं आया जो की उसके परिवार सहित सभी जनाना चाहते थे। सिर्फ प्रेम के चलते इस हत्या को अंजाम देने की कहानी को कोई भी पचा नहीं प रहा हैं। वही दूसरी ओर पुलिस का कहना था कि राजा के हत्यारे घटना के बाद बहुत अधिक पछता रहे हैं। जिसके बाद से उन्हे शिलांग में कोई वकील उनका केस लड़ने के लिए नहीं मिला। कोर्ट ने नियम अनुसार आरोपीयों को एक वकील की व्यवस्था भी करवाकर दी।
अपनी जमानत की मांग
अब इस मामले में राजा के हत्यारों सोनम, राज कुशवाह, आनंद, आकाश, विशाल पांचों आरोपियों ने जमानत की अर्जी दायर की हियाँ। आरोपियों को सोहरा उप प्रभाग के प्रथम क्षेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने एक आवेदन प्रस्तुत कर अपनी जमानत की मांग की हैं। वही इस जांच में आरोपियों के वकील द्वारा खराब चार्जशीट व खराब विवेचना का अवल भी दिया हैं। आरोपियों के वकील द्वारा पूरे मामले में विवेचना में गड़बड़ी का हवाला डटे हुए जमानत मांगी हैं। वही इस मामले में पहले ही बलवीर अहिरवार, सिलोम जेम्स को जमानत मिल चुकी हैं।
शिलांग कोर्ट पहुंच गए थे विपिन -
दो दिन पहले ही राजा के भाई विपिन रघुवंशी शिलांग कोर्ट पहुंच गए थे । उन्होंने एसआइटी से चालान मांगा है। विपिन जांच से संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने धारा और जांच में गड़बड़ी की है। षड्यंत्र में शामिल कुछ लोगों को बचाया गया है। राजा की उसकी पत्नी सोनम ने ईस्ट खासी हिल्स क्षेत्र शिलांग में हत्या करवाई थी। इस मामले में शिलांग पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) द्वारा जांच कर आरोपित सोनम, राज कुशवाह, आनंद, आकाश, विशाल, बलवीर अहिरवार, सिलोम जेम्स और लोकेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ चालान पेश कर दिया गया।
एसआइटी ने जांच में गड़बड़ी
विपिन के मुताबिक, एसआइटी ने जांच में गड़बड़ी की है। वही सोनम के खातों को फ्रीज नहीं किया गया है। राजा रघुवंशी मर्डर केस में शव मिलने के 97 दिन बाद यानी 6 सितंबर को मेघालय पुलिस की एसआईटी ने शिलॉन्ग कोर्ट में 790 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके प्रेमी राज कुशवाह सहित कुल 8 आरोपियों के नाम हैं।