
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कूनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने के बाद हेलीकॉप्टर से कराहल (श्योपुर) पहुंचे। यहां वे महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में शामिल हुए। पीएम ने समूह की महिलाओं से संवाद भी किया। उन्होंने प्रधानमंत्री योजना के तहत चार कौशल केंद्रों का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने घोषणा करते हुए कहा कि जो होटल और रिसोर्ट बनाएंगे और जनता और पर्यटकों की सुविधा के लिए अधोसंरचना बनाएंगे। हम उनको विशेष सुविधाएं देने का काम करेंगे।
श्योपुर की नक्काशी की बहुत डिमांड है : पीएम
श्योपुर में लकड़ी पर नक्काशी का इतना अच्छा काम होता है कि इसकी देश में बहुत बड़ी डिमांड है। मेरा आग्रह है कि आप अधिक से अधिक इसमें खुद को, अपने उत्पादों को GeM में रजिस्टर्ड करवाइए। मेरा आग्रह है कि आप अधिक से अधिक अपने उत्पादों को जेम पोर्टल में रजिस्टर करवाइए।
महिलाओं को अपने घर की मालकिन बनाया : पीएम
आज प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाला घर हम महिलाओं के नाम पर देते हैं। महिला उसकी मालिक बन जाती हैं। हमारी सरकार ने देश की दो करोड़ से अधिक महिलाओं को अपने घर की मालकिन बनाया है। उन्होंने एक जिला एक उत्पाद के माध्यम से हर जिले के उत्पाद को बड़े मार्केट तक पहुंचाने का प्रयास सरकार कर रही है। मुझे खुशी है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान आपके उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास कर रहे हैं।
मप्र के मेरे भाइयों-बहनों पर ज्यादा विश्वास है : पीएम
आज मुझे इस बात की खुशी है कि 70 साल बाद देश में चीता पुन: लौट आया है। नामीबिया से आये चीते के रूप में विशिष्ट अतिथियों का हम सब हृदय से स्वागत करें। मध्यप्रदेश के मेरे भाइयों-बहनों, भारत सरकार ने आपको यह चीता इसलिए भेंट किया है, क्योंकि हमारा विश्वास आप पर ज्यादा है। मध्यप्रदेश ने कभी मेरे भरोसे पर आंच नहीं आने दी है और मैं जानता हूं कि श्योपुर के भाई-बहन भी मेरे विश्वास को टूटने नहीं देंगे।
लाखों माताएं आशीर्वाद दे रहीं : पीएम
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की बधाई दी। पीएम मोदी ने जन्मदिन के मौके पर मां हीराबेन से मुलाकात करने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, अगर मेरे जन्मदिन पर कोई कार्यक्रम नहीं रहता तो मैं अपनी मां का पास जाता, उनके चरण छूकर आशीर्वाद लेता। लेकिन, आज मैं अपनी मां के पास नहीं जा सका, लेकिन आज जब मेरी मां देखेगी कि मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल की लाखों माताएं मुझे आशीर्वाद दे रही हैं, तो उनको जरूर संतोष होगा। मेरी मां को आज ज्यादा प्रसन्नता होगी।
चीतों को छोड़ने का सौभाग्य मिला : पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती पर स्वयं सहायता समूहों का इतना बड़ा सम्मेलन, अपने आप में बहुत विशेष है. मुझे आज इस बात की भी खुशी है कि भारत की धरती पर अब 75 साल बाद चीता फिर से लौट आया है। अब से कुछ देर पहले मुझे कुनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने का सौभाग्य मिला।

नए भारत में नारीशक्ति का परचम लहरा रहा : पीएम
श्योपुर के कराहल में पीएम मोदी ने आगे कहा कि पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के नए भारत में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है। आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है।
#श्योपुर: #कराहल में प्रधानमंत्री #नरेंद्र_मोदी के स्व सहायता समूहों के #महिला_सशक्तिकरण सम्मेलन में शामिल होने के लिए लोगाें मेंं उत्साह। नाचते गाते हुए सम्मेलन स्थल पर पहुंचते लोग। देखें #वीडियो #MPNews #PeoplesUdate @narendramodi pic.twitter.com/6Y1aydC7EI
— Peoples Update (@PeoplesUpdate) September 17, 2022
असंख्य तिरंगे बनाकर सबको गौरवान्वित किया : पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि आप स्व सहायता समूह की मेरी बहनों, आपने कोरोना काल में संकट की उस घड़ी में मानव मात्र की सेवा के लिए लाखों मास्क बनाए और इसके बाद आजादी के 75वें अमृत वर्ष में आपने असंख्य तिरंगे बनाकर हम सबको गौरवान्वित किया। जिस भी सेक्टर में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है, उस क्षेत्र में, उस कार्य में सफलता अपने आप तय हो जाती है। स्वच्छ भारत अभियान की सफलता इसका बेहतरीन उदाहरण है, जिसको महिलाओं ने नेतृत्व दिया है।
मध्यप्रदेश में अब तक 40 लाख परिवारों को नल से जल पहुंचाया जा चुका है। मैं इस अभियान की सफलता का श्रेय आप बहनों को देता हूं। 3 हजार से अधिक नल जल परियोजनाओं का प्रबंधन आप स्व सहायता समूह की बहनों द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
MP खुशी से झूम रहा है : सीएम
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे बीच में हैं। मध्यप्रदेश आज खुशियों से झूम रहा है। पात्र लाभार्थियों को लाभ देने के लिए आज शिविर लगाए जा रहे हैं। रक्तदान शिविर और वृक्षारोपण के कार्यक्रम हो रहे हैं। दिव्यांग भाई-बहनों को उपकरणों का वितरण हो रहा है। सारा प्रदेश आज आनंद और प्रसन्नता से झूम रहा है।
चीता का आना साधारण घटना नहीं है : सीएम
सीएम ने कहा, अब चीता मध्यप्रदेश की धरती पर आए हैं। चीता का आना साधारण घटना नहीं है। ‘प्राणियों में सद्भावना हो’ यह भारत का मंत्र है। उसको साकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश की धरती पर आए हैं। आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री का जन्मदिन है और अपने जन्मदिन पर चीते के रूप में ऐतिहासिक उपहार लेकर आये हैं। मैं संपूर्ण मध्यप्रदेश की ओर से उनका अभिनंदन करता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।
होटल और रिसॉर्ट बनाएंगे : सीएम
सीएम शिवराज ने कहा कि चीता अगर आए हैं तो चीतों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे। पर्यटक आएंगे तो गाड़ियां लगेगी, होटल और रेस्टोरेंट्स चलेंगे, कई तरह का रोजगार पैदा होगा। आज इस घटना से जनता की तकदीर बदलेगी और क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी।
सीएम शिवराज ने आगे कहा कि जो होटल और रिसॉर्ट बनाएंगे और जनता और पर्यटकों की सुविधा के लिए अधोसंरचना बनाएंगे, हम उनको विशेष सुविधाएं देने का काम करेंगे। स्व सहायता समूह की बहनों से मैं कहना चाहता हूं कि रोजगार का एक और अवसर सामने है। आप दीदी कैफे चलाती हैं, तो अब केवल एक दीदी कैफे नहीं चलेगा। इस जिले में कई दीदी कैफे चल सकेंगे।
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महिलाओं बोलीं – स्व-सहायता समूह से अच्छी जिंदगी जी रहें
कार्यक्रम के दौरान स्व-सहायता समूह की सदस्य सुनीता आदिवासी ने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कहा, मैं कभी बच्चों के साथ भूखे पेट सोती थी, आज कार से चलती हूं। अब मेरे पास अमरूद का बगीचा है। साथ ही कलियाबाई ने कहा, हम कभी बाहर काम करने जाती थीं, आज स्व-सहायता समूह की मदद से अच्छी जिंदगी जी रही हैं। मुझे और पति को कभी मजदूरी के 150 रुपए मिलते थे। बच्चों को दो वक्त का खाना नहीं दे पाते थे। आज 30 हजार रुपए महीना कमाती हूं।
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भगवान शिव के कई मंदिर हैं, इसलिए श्योपुर नाम दिया : केंद्रीय मंत्री तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने श्योपुर आने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार मानते हुए कहा- ये श्योपुर जिला बहुत ही छोटा है। लेकिन, प्राकृतिक संपदा से भरा है। इस जिले में 2 विधानसभा हैं। इस क्षेत्र में जंगल हैं। शिव भगवान के कई मंदिर हैं, इसी कारण इसे श्योपुर नाम दिया गया है। आज गांव के गरीब किसानों से मिलने के लिए, स्व-सहायता समूह बहनों का उत्साहवर्धन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए हैं।
मध्य प्रदेश की जनता की ओर से माननीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से अभिनंदन। श्योपुर में अभयारण्य बनाने के लिए लोग विस्थापित हो गए, इंतजार करते रहे कि क्षेत्र आगे बढ़ेगा। लेकिन, ये इंतजार ही रहा। 2014 में पीएम मोदी ने पद संभाला। इसके बाद उनसे अनुरोध किया। पीएम मोदी ने कहा- हम श्योपुर चलेंगे तो खाली हाथ नहीं चलेंगे। जब पहुंचेंगे तो चीते के साथ ही इस अभयारण्य का शुभारंभ करेंगे।
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70 साल बाद फिर चीते आए भारत
बता दें आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिवस पर मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को बाड़े में छोड़ा। देश की धरती पर 70 साल बाद फिर चीते आए। भारत में 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित किया गया। इसके बाद भारत सरकार ने नामीबिया से 8 चीते लाए है। सरकार की योजना पांच सालों में 50 चीतों को लाकर अलग-अलग राज्यों में बसाने की है।