Naresh Bhagoria
6 Dec 2025
श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क से एक और दुखद खबर सामने आई है। दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता वीरा के 10 महीने के शावक का शव शुक्रवार दोपहर पारोंद क्षेत्र (Kuno National Park) में मिला। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीरा और उसके दोनों शावकों को खुले जंगल में रिलीज किया था। रिलीज के कुछ घंटे बाद ही शावक अपनी मां से अलग हो गया था।
वन विभाग ने शावक के मृत मिलने की पुष्टि की है और कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। प्रारंभिक जांच में किसी चोट, संघर्ष या अटैक के निशान नहीं मिले हैं।
चीता प्रोजेक्ट के फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि, वीरा और उसका दूसरा शावक पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि, पार्क में चीतों की गतिविधियों और स्वास्थ्य पर 24 घंटे टीम नजर रखती है।

शावक की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में चीतों की कुल संख्या 28 हो गई है। 8 वयस्क चीते (5 मादा, 3 नर) और 20 भारत में जन्मे शावक। सभी चीते स्वस्थ बताए गए हैं।
ये भी पढ़ें: कूनो नेशनल पार्क में खुशखबरी, मुखी बनी पहली भारतीय चीता मां, दिया 5 स्वस्थ शावकों को जन्म
कूनो में पिछले दो वर्षों में कई चीतों और शावकों की मृत्यु दर्ज हुई है। यहां उनकी तिथि और कारणों का क्रमबद्ध विवरण-
26 मार्च 2023- साशा की किडनी इन्फेक्शन से मौत
नामीबिया से आई मादा चीता साशा पहले से ही किडनी संक्रमण से ग्रसित थी।
27 मार्च 2023- मादा ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया
मादा ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया, जिसके बाद चीतों की संख्या बढ़कर 23 हो गई।
23 अप्रैल 2023- उदय की हार्ट अटैक से मौत
दक्षिण अफ्रीका से आया नर चीता "उदय" कार्डियक आर्टरी फेल होने से मरा।
9 मई 2023- दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत
मेल चीते द्वारा हिंसक इंटरेक्शन में गंभीर चोट। मेल चीते ने पंजा मारकर दक्षा को घायल कर दिया था। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 21 रह गई।
23 मई 2023- ज्वाला के एक शावक की मौत (लू और डिहाइड्रेशन)
23 मई को श्योपुर में भीषण गर्मी थी। दिनभर गर्म हवा और लू चलती रही। ऐसे में डिहाइड्रेशन और कमजोरी की वजह से उसकी मौत होने की आशंका है। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 20 रह गई।
25 मई 2023- ज्वाला के दो और शावकों की मौत
पहले शावक की मौत के बाद दो और शावकों की मौत हो गई। ज्यादा तापमान होने और लू की वजह से इनकी तबीयत खराब होने की बात सामने आई थी। इसके बाद कूनो में एक शावक सहित 18 चीते बचे।
11 जुलाई 2023- नर चीता तेजस की मौत (घाव व संघर्ष)
चीता तेजस की गर्दन पर घाव देखकर अनुमान लगाया गया कि, चीतों के आपसी संघर्ष में उसकी जान गई। इसके बाद कूनो में 17 चीते बचे थे।
14 जुलाई 2023- नर चीता सूरज की मौत (संघर्ष)
चीते सूरज की गर्दन पर भी घाव मिला था। इसके बाद नेशनल पार्क में चीतों की संख्या घटकर 16 रह गई थी।
2 अगस्त 2023- मादा धात्री की मौत (इन्फेक्शन)
कूनो परिसर में ही मादा चीता धात्री का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम में इन्फेक्शन से मौत की वजह सामने आई थी। इसके बाद चीतों की संख्या 15 रह गई थी।
3 जनवरी 2024- मादा आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया
मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया। कूनो में अब 4 शावक समेत कुल 18 चीते हो गए थे।
16 जनवरी 2024- नर शौर्य की मौत
नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क लाए गए नर चीते शौर्य की मौत हो गई। तब यहां 4 शावक समेत 17 चीते बचे थे।
5 अगस्त 2024 - गामिनी के शावक की रीढ़ टूटने से मौत
गश्त के दौरान मादा चीता गामिनी का शावक घिसटते हुए दिखा। रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने की वजह से वो गंभीर रूप से घायल हो गया था। 7 दिन चले इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया।
27 अगस्त 2024- नर पवन का शव नाले में मिला
नामीबिया से लाए गए इस चीता का शव झाड़ियों के बीच नाले में मिला था। उसका सिर और आधा शरीर पानी में डूबा हुआ था।
28 नवंबर 2024- निर्वा के 2 नवजात शावकों की मौत
जन्म के पांच दिन बाद 2 शावकों की मौत हो गई थी। दोनों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले थे।
[featured type="Featured"]