
सीकर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान दौर पर सीकर पहुंच गए हैं। वे साढ़े चार साल बाद राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में सभा करने जा रहे हैं। लेकिन इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शामिल नहीं होंगे। उन्होंने खुद ट्वीट कर कहा कि, आज आप (पीएम मोदी) राजस्थान पधार रहे हैं। आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं।
सीकर को देंगे कई सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीकर में कई विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे। वे राजस्थान को छह एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय और एक केंद्रीय विद्यालय की सौगात देंगे। इसके साथ ही 9 करोड़ किसानों के खातों में सम्मान निधि ट्रांसफर करेंगे।
अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कही ये बात
सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा, माननीय प्रधानमंत्री जी आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से भेजे गए प्रस्तावित मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम में मेरा संबोधन रखा गया था। कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा। मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा। आपके संज्ञान के लिए पूर्व में प्राप्त मिनट-टू-मिनट एवं मेरे कार्यालय से भेजा गया पत्र साझा कर रहा हूं।
PMO ने जवाब में क्या कहा
अशोक गहलोत के ट्वीट के कुछ देर बाद ही प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट किया। PMO ने कहा- प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में प्रोटोकॉल के तहत आपको आमंत्रित किया गया है। इस प्रोग्राम में आपका भाषण भी रखा गया था। लेकिन आपके दफ्तर से हमें जानकारी दी गई कि आप कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के पिछले दौरों में भी आपको आमंत्रित किया गया था और इन कार्यक्रमों में शामिल होकर आपने गरिमा बढ़ाई थी। इस कार्यक्रम में आपका स्वागत है और आपका विकास कार्यों की शिला पट्टिका पर भी नाम लिखा हुआ है। हाल ही में लगी चोट के चलते आपको कोई असुविधा ना हो तो आपकी उपस्थिति महत्वपूर्ण रहेगी।
सीएम गहलोत ने रखीं अपनी मांगें
आज हो रहे 12 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण और शिलान्यास राजस्थान सरकार व केन्द्र की भागीदारी का परिणाम है। इन मेडिकल कॉलेजों की परियोजना लागत 3,689 करोड़ रुपये है जिसमें 2,213 करोड़ केन्द्र का और 1,476 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान है। मैं राज्य सरकार की ओर से भी सभी को बधाई देता हूं।
मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे-
- राजस्थान खासकर शेखावटी के युवाओं की मांग पर अग्निवीर स्कीम को वापस लेकर सेना में परमानेंट भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए।
- राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी को-ऑपरेटिव बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपये के कर्जमाफ किए हैं। हमने केन्द्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जमाफ करने के लिए वन टाइम सैटलमेंट का प्रस्ताव भेजा है जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे। इस मांग को पूरा किया जाए।
- राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है। केन्द्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले।
- NMC की गाइडलाइंस के कारण हमारे तीन जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेजों में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है। ये पूरी तरह स्टेट फंडिंग से बन रहे हैं। इन आदिवासी बाहुल्य तीनों जिलों के मेडिकल कॉलेजों में भी केन्द्र सरकार 60% की फंडिंग दे।
- पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा दिया जाए।
मेरा आपसे निवेदन है कि आप इन मांगों पर आज सकारात्मक रुख अपनाकर प्रदेश वादियों को आश्वस्त करें।