Aniruddh Singh
13 Oct 2025
Aniruddh Singh
13 Oct 2025
Aniruddh Singh
13 Oct 2025
मुंबई। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का शेयर मंगलवार, 14 अक्टूबर को स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने जा रहा है। मार्केट में इसके प्रति जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। ग्रे मार्केट में इस शेयर का प्रीमियम लगभग 370 रुपए तक पहुंच चुका है, जिससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि शेयर अपने निर्गम मूल्य 1,140 रुपए प्रति शेयर के मुकाबले लगभग 32% के लाभ यानी करीब 1,510 रुपए के स्तर पर लिस्ट हो सकता है। हालांकि, ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) सिर्फ एक संकेत होता है, वास्तविक लिस्टिंग मूल्य इससे ऊपर या नीचे भी जा सकता है क्योंकि यह बाजार की धारणा और मांग पर निर्भर करता है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ इस साल का सबसे बड़ा आकर्षण साबित हुआ है। 11,607 करोड़ रुपये के इस इश्यू को लेकर निवेशकों में इतना उत्साह देखने को मिला। इसे 4.39 लाख करोड़ रुपए की बोली मिली। यह अब तक किसी भी भारतीय आईपीओ में सबसे बड़ी बोली राशि है। यह आंकड़ा पिछले साल के बाजाज हाउसिंग फाइनेंस के 3.2 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ गया।
कुल मिलाकर, आईपीओ को 54.02 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला, जिसमें सबसे ज्यादा रुचि संस्थागत निवेशकों (क्यूआईबी) ने दिखाई। उन्होंने अपने हिस्से से 166.51 गुना अधिक बोली लगाई। उच्च निवल मूल्य वाले निवेशकों (एचएनआई) ने भी 22.42 गुना तक बोली लगाई, जबकि खुदरा निवेशकों का उत्साह भी उल्लेखनीय रहा। यह पूरा इश्यू ऑफर फॉर सेल (ओएफसी) था, जिसका अर्थ है कि कंपनी को इससे कोई नई पूंजी नहीं मिलेगी; बल्कि मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर बेच रहे हैं। इसके बावजूद, निवेशकों का भरोसा एलजी के मजबूत ब्रांड, उच्च लाभप्रदता और कर्जमुक्त स्थिति पर टिका हुआ है। कंपनी की वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत है। वित्त वर्ष 2025 में एलजी की आय 14% बढ़कर 24,631 करोड़ रुपए हो गई, जबकि शुद्ध लाभ 46% बढ़कर 2,203 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। कंपनी का ईबीआईटीडीए मार्जिन 12.8% और शुद्ध लाभ मार्जिन 9% रहा, जो इस सेक्टर में प्रतिस्पर्धात्मक रूप से काफी बेहतर है।
एलजी इंडिया की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कंपनी पूरी तरह कर्जमुक्त है, और उसका रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (आरओसीई) 43% तथा रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) 37% है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि कंपनी की कार्यकुशलता और बैलेंस शीट दोनों मजबूत स्थिति में हैं। अगर इसके मूल्यांकन की बात करें तो 1,140 रुपए के निर्गम मूल्य पर एलजी का प्राइस-टू-अर्निंग (पी/ई) अनुपात 35.1 गुना है, जो कि प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में उचित माना जा रहा है। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के क्षेत्र में एलजी का दबदबा स्पष्ट है। कंपनी की वॉशिंग मशीन में 33.5% बाजार हिस्सेदारी है, जबकि, रेफ्रिजरेटर में 29.9%, एयर कंडीशनर में 20.6% और माइक्रोवेव में 51.4% मार्केट शेयर है। यही वजह है कि ब्रोकर और विश्लेषक इस लिस्टिंग को लेकर बेहद सकारात्मक हैं। एसबीआई सिक्योरिटीज ने इसे सब्सक्राइब रेटिंग दी है।