Priyanshi Soni
5 Nov 2025
मिडिल ईस्ट में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। ईरान ने अमेरिकी हमलों का जवाब देते हुए कतर में स्थित अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य अड्डे अल-उदीद एयरबेस को निशाना बनाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने यहां 6 मिसाइलें दागीं। इस हमले के बाद कतर और अमेरिका के बीच भी तनातनी की स्थिति बन गई है।
ईरान की सेना इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि कतर के अल-उदीद एयरबेस पर मिसाइलें दागी गईं। ईरान ने इस कार्रवाई को अपने परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमले का जवाब बताया। ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने बयान में कहा, “जिस तरह का हमला हम पर हुआ, हमने भी वैसा ही जवाब दिया है।”
कतर ने ईरान के इस कदम की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने इसे कतर की संप्रभुता और एयरस्पेस का उल्लंघन करार दिया। उन्होंने कहा कि कतर इस हमले का जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
हालांकि, कतर के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया, और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
कतर की राजधानी दोहा में कई जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं। हमले से कुछ देर पहले ही कतर ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। माना जा रहा है कि यह कदम किसी संभावित खतरे को भांपकर उठाया गया था।
इस फैसले का असर भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, यूरोप और अफ्रीका के यात्रियों पर पड़ा है जो कतर एयरवेज या दोहा को ट्रांजिट हब की तरह इस्तेमाल करते हैं।
कतर के अलावा, ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों को भी निशाना बनाया। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुल 10 मिसाइलें अल-उदीद बेस की ओर और 1 मिसाइल इराक की ओर दागी गई। इससे पहले सीरिया के हसाका प्रांत में भी अमेरिकी मिलिट्री बेस पर हमला हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कतर और बहरीन में स्थित अमेरिकी दूतावासों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दूतावास कर्मचारियों को ‘डक एंड कवर’ (झुकने और छिपने) की पोजिशन में रहने का निर्देश दिया गया है।
कतर में भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने अपील की है कि लोग घरों में रहें, अफवाहों से बचें और स्थानीय प्रशासन की तरफ से जारी निर्देशों का पालन करें। साथ ही, दूतावास ने भरोसा दिलाया है कि स्थिति से जुड़े अपडेट्स सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किए जाएंगे।
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया भी देखने को मिली है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि ईरान पर अमेरिका और इजराइल के हमले ने “गलत मिसाल” कायम की है। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और बातचीत की मेज पर लौटने की अपील की है।
उधर, इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने पुष्टि की है कि उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया है। इसमें रॉकेट लांचर और हथियार डिपो को निशाना बनाया गया। इजराइल ने कहा कि यह हमला सीमा समझौतों के उल्लंघन के जवाब में किया गया।