Aakash Waghmare
7 Nov 2025
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच मई में हुए युद्ध रुकवाने के एक बार फिर से दावे किए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध इतने बिगड़ गए थे कि बात परमाणु युद्ध तक पहुंच चुकी थी। ऐसे में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए उन्होंने ट्रेड और टैरिफ की धमकी दी। हालांकि ट्रंप द्वारा किए गए इन दावों को भारत सरकार खारिज कर चुकी है। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि मई में हुए युद्ध को पाकिस्तान के कहने पर रोका गया। साथ ही भारत ने स्पष्ट किया कि युद्ध रुकवाने का निर्णय दोनों देशों के डॉयरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस(DGMOs) के साथ हुई मीटिंग के बाद लिया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का यह बयान सीबीएस न्यूज के 60 मिनिट्स को दिए इंटरव्यू से सामने आया है। जिसमें ट्रंप ने कहा कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चली चार दिनों की वो छोटी सी जंग परमाणु युद्ध में बदल सकती थी, जिसे उन्होंने ट्रेड और टैरिफ की धमकियों से रोक दिया था। वहीं जब जर्नलिस्ट ने ट्रंप से रूस-युक्रेन जंग को रुकवाने को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि वह अब तक 8 युद्ध रुकवा चुके हैं।
अपने दूसरे कार्यकाल का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि जितने भी युद्ध रुकवाए हैं, उनमें से 60 प्रतिशत उन्होंने टैरिफ की धमकी से रुकवाए। दरअसल इसकी वजह बताते हुए कहा कि अगर उन्होंने टैरिफ और ट्रेड की धमकी नहीं दी होती तो यह युद्ध आगे भी जारी रहते। ट्रंप ने आगे कहा कि, भारत और पाकिस्तान परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ रहे थे, उस समय वह बीच में आए और उन्होंने दोनों देशों को धमकी दी कि अगर वह नहीं रुके तो अमेरिका के साथ व्यापार नहीं कर पाएंगे।
यह बयान एक ऐसे समय में आया है जब ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट फिर शुरू करने की इजाजत दी है। एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा था, “आप बहुत जल्द जान जाएंगे। हम कुछ परीक्षण करने जा रहे हैं। दूसरे देश भी ऐसा कर रहे हैं, तो हम क्यों न करें?” अगर अमेरिका फिर से न्यूक्लियर टेस्ट करता है तो साल 1992 के बाद फिर से अमेरिका न्यूक्लियर टेस्ट करेगा। ट्रंप के इस फैसले को चीन और रूस की बढ़ती परमाणु क्षमताओं के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।