Aniruddh Singh
19 Oct 2025
नई दिल्ली। भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। जल्द ही भारतीय पर्यटक जापान की यात्रा के दौरान अपने मोबाइल पर मौजूद यूपीआई ऐप से सीधे भुगतान कर सकेंगे। इसके लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की अंतरराष्ट्रीय इकाई एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने जापान की प्रतिष्ठित कंपनी एनटीटी डेटा जापान (एनटीटी डेटा जापान) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, एनटीटी डेटा द्वारा अधिग्रहित जापानी व्यापारियों के यहां भारतीय पर्यटक अपने यूपीआई ऐप के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करके सीधे भुगतान कर सकेंगे। इससे उन्हें नकद या फॉरेक्स कार्ड पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह सुविधा न केवल भारतीय यात्रियों के लिए खरीदारी को अधिक सरल और सुरक्षित बनाएगी, बल्कि जापानी व्यापारियों को भी नए ग्राहकों तक पहुंचने का अवसर देगी। एनटीटी डेटा जापान के पेमेंट्स हेड मसनोरी कुरिहारा ने कहा कि यूपीआई भुगतान प्रणाली की शुरुआत से भारतीय पर्यटकों को खरीदारी में आसानी होगी और जापानी व्यापारियों के लिए नए व्यावसायिक अवसर खुलेंगे। यह कदम ऐसे समय पर आया है जब जापान में भारत से आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जनवरी से अगस्त 2025 के बीच 2.08 लाख से अधिक भारतीय यात्रियों ने जापान की यात्रा की, जो पर्यटन क्षेत्र में भारत के बढ़ते योगदान को दर्शाता है।
इस सहयोग से जापान के पर्यटन क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी, क्योंकि यह भारतीय पर्यटकों के लिए परिचित और सुरक्षित डिजिटल भुगतान विकल्प प्रदान करेगा। अब उन्हें मुद्रा विनिमय की झंझट या विदेशी कार्डों पर अधिक शुल्क की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। यह पहली बार होगा जब पूर्वी एशिया में यूपीआई सेवाएं शुरू की जाएंगी। इससे पहले भारतीय यात्रियों को फ्रांस, यूएई, नेपाल, मॉरीशस, पेरू, सिंगापुर, श्रीलंका, कतर और भूटान जैसे देशों में यूपीआई के जरिए भुगतान करने की सुविधा दी जा चुकी है। जापान का जुड़ना इस सूची में एक बड़ा विस्तार है, क्योंकि यह एशिया की सबसे विकसित अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और तकनीकी दृष्टि से अत्यंत उन्नत देश है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की अंतरराष्ट्रीय इकाई एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने जिस एनटीटी डेटा जापान के साथ एमओयू किया है, वह जापान में का सबसे बड़ा कार्ड पेमेंट नेटवर्क सीएएफआईएस संचालित करता है। यह नेटवर्क जापान के बैंकों, व्यापारियों और एटीएम नेटवर्क को जोड़ता है। जब यह यूपीआई प्रणाली इसके साथ एकीकृत हो जाएगी, तो भारतीय पर्यटक देशभर में खुदरा दुकानों, होटलों और रेस्टोरेंट्स में आसानी से भुगतान कर सकेंगे। यह समझौता न केवल भारत के डिजिटल भुगतान तंत्र की वैश्विक स्वीकृति को दर्शाता है, बल्कि यह भारत की तकनीकी क्षमता और वित्तीय समावेशन के प्रयासों की एक बड़ी सफलता भी है। यूपीआई अब सिर्फ भारत की घरेलू भुगतान प्रणाली नहीं रही यह एक वैश्विक मॉडल बनती जा रही है, जो बिना कार्ड, बिना नकद और बिना जटिल प्रक्रियाओं के अंतरराष्ट्रीय लेनदेन को संभव बना रही है।