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आज के समय में युवा अपनी व्यस्त दिनचर्या, भाग-दौड़ और काम के दबाव के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते। इसके परिणामस्वरूप उनके शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। आजकल प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की कमी बहुत आम हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में लगभग 73% लोग प्रोटीन की कमी, 46% लोग विटामिन D की कमी और करीब 60 से 70 प्रतिशत लोग आयरन, कैल्शियम और विटामिन B12 की कमी से पीड़ित हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर के सही विकास, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। अगर इनकी कमी लंबे समय तक बनी रहे, तो व्यक्ति को थकान, कमजोरी, हड्डियों में दर्द, बाल झड़ना, एनीमिया और याददाश्त कमजोर होने जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि युवा अपने खानपान पर ध्यान दें और संतुलित आहार लें, जिसमें दूध, दालें, अंडे, हरी सब्जियाँ, फल, अनाज और सूखे मेवे शामिल हों। साथ ही, नियमित व्यायाम और धूप में समय बिताना भी शरीर में आवश्यक विटामिन और मिनरल्स के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
Nutrient Deficiency वह स्थिति है जब शरीर को आवश्यक पोषक तत्व, जैसे विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट या फैट्स, पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते। इससे शरीर सही तरीके से काम नहीं कर पाता और थकान, कमजोरी, बाल झड़ना, त्वचा की समस्याएँ, हड्डियों की कमजोरी और इम्यून सिस्टम कमजोर होना जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। Nutrient Deficiency कई कारणों से हो सकती है: असंतुलित या गरीब आहार, ज्यादा प्रोसेस्ड या जंक फूड का सेवन, कुछ बीमारियाँ जो पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकती हैं, अत्यधिक तनाव, उम्र बढ़ना या शरीर की बढ़ती पोषण संबंधी जरूरतें। इसके अलावा, धूप की कमी से विटामिन D की कमी भी आम होती है।
जब शरीर को आवश्यक विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते, तो इसे न्यूट्रिएंट डेफिशिएंसी कहते हैं। इससे शरीर पर गंभीर असर पड़ते हैं। उदाहरण के लिए, आयरन की कमी से एनीमिया और लगातार थकान होती है, कैल्शियम या विटामिन D की कमी से हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं, जिंक और विटामिन A की कमी से बाल झड़ते हैं और त्वचा खराब होती है, और ओमेगा-3 या विटामिन B कॉम्प्लेक्स की कमी से मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इससे इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और बार-बार संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
न्यूट्रिएंट की कमी को पूरा करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार। इसमें ताजे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, दालें, दूध, अंडे और नट्स शामिल करें। धूप में रोज़ाना 15-20 मिनट समय बिताने से विटामिन D की कमी पूरी होती है। ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स जैसे मल्टीविटामिन या मिनरल्स भी लिए जा सकते हैं। प्रोसेस्ड और जंक फूड कम खाएँ, क्योंकि ये शरीर से पोषक तत्वों की कमी बढ़ा सकते हैं।