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सेंट्रल एजेंसीज के खिलाफ 18 घंटे से धरना कर रहे TMC सांसद, ED, CBI और NIA के डायरेक्टर्स को हटाने की मांग, AAP का मिला समर्थन

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस यानी TMC के सांसद और विधायक 8 अप्रैल से चुनाव आयोग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया था, लेकिन बाद में रिहा भी कर दिया था। हालांकि, इनका प्रदर्शन अब मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के बाहर ही जारी है। इस प्रदर्शन को अब आप पार्टी का भी समर्थन मिल रहा है।

बता दें कि कल 10 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल इलेक्शन कमिश्नर से मिलने पहुंचा था। इसके बाद से ही टीएमसी के सांसद और विधायक सभी धरने पर बैठ गए। TMC सांसदों और विधायकों की मांग है कि चुनाव आयोग ED, CBI, NIA और इनकम टैक्स के डायरेक्टर्स को फौरन हटाया जाए।

प्रदर्शनकारियों से मिले AAP नेता सौरभ भारद्वाज

दिल्ली सरकार के मंत्री और AAP नेता सौरभ भारद्वाज आज TMC नेताओं से मिलने मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे। इसी के साथ उन्होंने नेताओं से बातचीत की और उनकी मांगों का समर्थन किया।

उन्होंने कहा- चुनाव की घोषणा हो चुकी है। कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद भी विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों कार्रवाई कर रही है। यह जानबूझकर किया जा रहा है।

केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा की एजेंसियां – TMC नेता

TMC नेता सागरिका घोष ने बोले- भारत की केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा की एजेंसियों की तरह काम कर रही हैं। हम उनके काम करने के तरीके का विरोध करते हैं। हमने चुनाव आयोग के सामने मांग रखी है कि वे चुनाव प्रक्रिया के दौरान इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाए।

धरना देने वालों में टीएमसी के ये नेता शामिल

धरना देने वालों में TMC के 5 सांसद डेरेक ओ’ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, साकेत गोखले और सागरिका घोष शामिल रहे। वहीं, तीन पूर्व सांसद अर्पिता घोष, शांतनु सेन और अबीर रंजन विश्वास मौजूद हैं। इसके अलावा विधायक विवेक गुप्ता और टीएमसी नेता सुदीप राहा भी इस धरने में शामिल हैं।

क्यों धरने पर हैं टीएमसी के नेता

टीएमसी ने जांच एजेंसियों पर आरोप लगाया है कि वो बीजेपी नीति केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं। इसी कारण वे विपक्षी दलों को निशाना बना रही हैं। बीजेपी हमारे खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। जिस तरह से ईडी, सीबीआई और NIA काम कर रही है वो शर्मनाक है।

बता दें कि अपनी इन्हीं मांगों को लेकर टीएमसी सोमवार यानी कि 8 मार्च को चुनाव आयोग के पास पहुंची थी। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की ईडी, सीबीआई, एनआईए और इनकम टैक्स के चीफ को हटाया जाए।

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