Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक बार फिर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। कोहकामेटा थाना क्षेत्र के अबूझमाड़ इलाके में बीती रात शुरू हुई यह मुठभेड़ गुरुवार सुबह तक जारी रही। पुलिस ने दो नक्सलियों को मार गिराया और उनके शव बरामद कर लिए हैं। इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि कोहकामेटा इलाके में नक्सलियों की संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। इसके बाद नारायणपुर से DRG और कोंडागांव से STF के जवानों को संयुक्त ऑपरेशन पर रवाना किया गया। रात में जैसे ही जवान ठिकाने पर पहुंचे, नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो नक्सली मारे गए। मौके से 315 बोर राइफल समेत अन्य हथियार बरामद किए गए।
20 जून को कांकेर में एक 8 लाख की इनामी महिला नक्सली को जवानों ने ढेर किया था। इसके अलावा, बीते छह महीनों में 14 मुठभेड़ों में 200 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं। जिनमें कई बड़े इनामी और सेंट्रल कमेटी के लीडर्स भी शामिल हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने बीते वर्ष रायपुर में हुई बैठक में कहा था कि 2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह खत्म किया जाएगा। इस दिशा में साय सरकार के गठन के बाद अब तक 350 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि केंद्र और राज्य सरकार नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए गंभीर है।
सरकार की नीति और अभियान का असर अब जमीन पर दिख रहा है। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, 1440 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है जबकि 1464 की गिरफ्तारी हुई है। इनमें से 123 महिलाएं भी आत्मसमर्पण कर चुकी हैं। सरकार ने आत्मसमर्पण करने वालों के लिए ‘नियद नेल्ला नार’ योजना चलाई है, जिसके तहत उन्हें पुनर्वास, स्वरोजगार, ट्रेनिंग और आर्थिक सहायता दी जा रही है।
इस साल अब तक 821 हथियार और 1360 IED (बारूदी सुरंग) बरामद किए गए हैं। यह साबित करता है कि नक्सली संगठन कमजोर हो रहे हैं और उनकी गतिविधियों में भारी गिरावट आई है। वहीं सुरक्षा बलों का अभियान निरंतर जारी है।