
अहमदाबाद। भगवान जगन्नाथ की 148वीं रथ यात्रा के दौरान शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया जब खड़िया गोलावड़ के पास यात्रा में शामिल एक हाथी अचानक बेकाबू हो गया। सुबह 10 बजे के करीब हुई इस घटना के चलते अफरा-तफरी मच गई और श्रद्धालु जान बचाकर इधर-उधर भागते नजर आए। हाथी को काबू करने के लिए वन विभाग और चिड़ियाघर की टीम को मौके पर बुलाया गया, जिसके बाद उसे बेहोशी का इंजेक्शन देकर नियंत्रित किया गया।
भीड़ देखकर बिगड़ा हाथी का संतुलन
जानकारी के अनुसार, रथ यात्रा में सबसे आगे चल रहे 17 हाथियों के समूह में से एक नर हाथी लोगों की भारी भीड़ देखकर घबरा गया और बेकाबू हो गया। हाथी की हरकतों से वहां मौजूद श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई। कई लोग भगदड़ में गिरते-पड़ते नजर आए। स्थिति को तुरंत संभालते हुए वन विभाग और चिड़ियाघर के विशेषज्ञों ने हाथी को इंजेक्शन देकर शांत किया और उसे यात्रा मार्ग से हटा दिया।
तीन हाथियों को किया गया यात्रा से बाहर
सुरक्षा के मद्देनज़र वन विभाग ने फैसला लिया कि बेकाबू हुए नर हाथी समेत दो मादा हाथियों को भी रथ यात्रा से अलग कर दिया जाए। अब कुल 17 में से 14 हाथी ही रथ यात्रा में भाग लेंगे। इन तीनों हाथियों को पूरी यात्रा से हटा दिया गया है ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।
ट्रैफिक जाम और यात्रा में देरी
हाथी के बेकाबू होने से खड़िया क्षेत्र में ट्रक और अन्य वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई। करीब 15 मिनट तक रथ यात्रा रुकी रही और ट्रकों की लंबी कतारें लग गईं। जैसे ही स्थिति सामान्य हुई, रथ यात्रा को पुनः शुरू किया गया। वन विभाग की सतर्कता और टीम की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया।
एक युवक घायल, अस्पताल में भर्ती
घटना के दौरान भगदड़ में एक युवक घायल हो गया जिसे तत्काल 108 एंबुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। युवक की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और यात्रा की निगरानी कर रहे हैं।
शाम तक मंदिर लौटेगी रथ यात्रा
जमालपुर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से शुरू हुई यह पारंपरिक रथ यात्रा शाम तक मंदिर लौटेगी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संयम और अनुशासन बनाए रखें तथा हाथियों से सुरक्षित दूरी बनाकर चलें।