Manisha Dhanwani
21 Oct 2025
बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का मामला अब झारखंड तक पहुंच गया है। झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने विधानसभा में SIR का विरोध करते हुए प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने और गरीबों व दलितों को वोट देने से वंचित करने की कोशिश है।
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत है, इसलिए SIR के विरोध में प्रस्ताव स्वतः पारित हो गया।
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया के जरिए बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को मतदाता बनाने की साजिश हो रही है।
बिहार में SIR को लेकर विपक्षी दल चुनाव आयोग और केंद्र की बीजेपी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। आरजेडी, कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों का आरोप है कि इस प्रक्रिया के जरिए वोट चोरी की जा रही है। हालांकि चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज किया है। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक विवाद बन गया है।