Aniruddh Singh
30 Dec 2025
Naresh Bhagoria
29 Dec 2025
Garima Vishwakarma
29 Dec 2025
मुंबई। साल 2025 के अंतिम कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में वह तेजी देखने को मिली, जिसका निवेशक लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। लगातार कई सत्रों से दबाव में चल रहे बाजार ने अचानक रफ्तार पकड़ी और सेंसेक्स कारोबार के दौरान 650 अंकों तक उछल गया। दिन के अंत में यह 545 अंकों की मजबूती के साथ 85,220 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 26,129 के स्तर पर कारोबार समाप्त किया। इस तेजी ने साफ तौर पर यह संकेत दिया कि बाजार में निवेशकों का भरोसा दोबारा मजबूत होता नजर आ रहा है। इस उछाल के पीछे सबसे अहम भूमिका स्टील सेक्टर की रही। सरकार द्वारा चुनिंदा स्टील उत्पादों के आयात पर तीन साल के लिए सेफगार्ड ड्यूटी लगाने के फैसले ने निवेशकों को सकारात्मक संकेत दिया। इस कदम से घरेलू स्टील कंपनियों को बेहतर प्राइसिंग सपोर्ट मिलने की उम्मीद जगी है।
इसी भरोसे के चलते टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और जिंदल समूह की कंपनियों के शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली, जिसने पूरे बाजार की दिशा बदल दी। बाजार को अंतरराष्ट्रीय संकेतों से भी सहारा मिला। कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आने से निवेशकों को राहत मिली है। ब्रेंट क्रूड का भाव 61 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहने से यह संकेत मिलता है कि महंगाई का दबाव फिलहाल काबू में रह सकता है। भारत जैसे देश के लिए, जो कच्चे तेल का बड़ा आयातक है, यह स्थिति अर्थव्यवस्था और कॉरपोरेट सेक्टर दोनों के लिए सकारात्मक मानी जाती है।
इसके साथ ही इंडिया VIX में आई गिरावट ने भी बाजार की तेजी को मजबूती दी। VIX का 9 के आसपास आना इस बात का संकेत है कि निवेशकों की घबराहट कम हो रही है और वे दोबारा जोखिम लेने को तैयार हैं। हालिया गिरावट के बाद कई अच्छे शेयर आकर्षक मूल्य पर उपलब्ध थे, जिससे वैल्यू बायिंग देखने को मिली और बाजार में रिकवरी को बल मिला। कुल मिलाकर, साल के आखिरी कारोबारी दिन आई यह तेजी यह दिखाती है कि मजबूत नीतिगत फैसले, सकारात्मक वैश्विक संकेत और निवेशकों का भरोसा मिलकर बाजार को नई ऊंचाई की ओर ले जा सकते हैं। हालांकि आगे की चाल वैश्विक हालात और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों पर निर्भर करेगी, लेकिन फिलहाल बाजार ने सकारात्मक संकेत जरूर दिए हैं।