Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
नई दिल्ली। भारी बारिश के चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आईं, जिनमें चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर के पुराने मार्ग पर हुए भीषण भूस्खलन में एक 70 वर्षीय तीर्थयात्री की जान चली गई, जबकि नौ अन्य लोग घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब कटरा में भारी वर्षा के चलते बुकिंग कार्यालय और एक लोहे का ढांचा ढह गया।
वहीं पुंछ जिले में रातभर हुई बारिश के कारण एक सरकारी स्कूल पर भूस्खलन हुआ, जिससे एक छात्र की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के सुतान्ह गांव में एक घर पर चट्टान गिरने से नवविवाहित दंपत्ति की मौत हो गई। राज्य भर में मूसलाधार बारिश के कारण 401 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा 242 सड़कें मंडी जिले में हैं। शिमला, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर और मंडी जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। शैक्षणिक संस्थानों को ठियोग, रोहड़ू, चौपाल, आनी और शिलाई जैसे क्षेत्रों में बंद करने का आदेश दिया गया है। 20 जून से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 72 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,235 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में भी रविवार रात से हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, रिज क्षेत्र में सबसे अधिक 29.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में ट्रैफिक की गति धीमी रही और लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ा।
मध्यप्रदेश के मंडला जिले में कान्हा टाइगर रिजर्व में एक बाघ बाढ़ में बह गया। बंजर नदी में बहते हुए बाघ को देखा गया। जबलपुर समेत प्रदेश के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में 24 जुलाई को कम दबाव क्षेत्र बनने की संभावना जताई है, जिससे दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा, झारग्राम और हुगली जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में भी 25 से 27 जुलाई के बीच भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
मुंबई में रातभर हुई बारिश से कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे अंधेरी सबवे सहित कई स्थानों पर ट्रैफिक बाधित हुआ। हालांकि सुबह से बारिश की रफ्तार कुछ कम हुई, लेकिन उपनगरों में भारी बारिश जारी रही। दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में भी अगले 24 घंटों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
आईएमडी ने आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटीय हिस्सों और रायलसीमा में भी 21 से 27 जुलाई के बीच भारी बारिश की संभावना जताई है। बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव क्षेत्र बनने से आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है। अमरावती मौसम केंद्र ने तेज हवाओं, बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश की चेतावनी दी है।