Shivani Gupta
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Shivani Gupta
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काराकास। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने बुधवार को एक टीवी प्रोग्राम में अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि उनके देश ने अमेरिकी खतरे से निपटने के लिए रूस से मिली 5,000 इग्ला-एस मिसाइलें तैनात कर दी हैं। मादुरो आगे बोले हमारे पास 5,000 मिसाइलें हैं, जो देश की शांति और आजादी की रक्षा करेंगी। ये मिसाइलें हवा में कम दूरी के हमलों को रोकने के लिए तैनात की गई हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये हथियार किसी भी साम्राज्यवादी खतरे का जवाब देने के लिए हैं और वेनेजुएला की सेना अपनी मातृभूमि की एक-एक इंच जमीन की रक्षा के लिए तैयार है।
दरअसल अमेरिका लंबे समय से मादुरो के खिलाफ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने वेनेजुएला के समुद्री तट के पास कुछ नौसैनिक जहाज भेजे हैं, जिन्हें अमेरिका ने ड्रग्स के खिलाफ ऑपरेशन कहा है। अमेरिका यहां लगातार कई हमले कर रहा है। जिसमें पिछले कुछ वक्त में वेनेजुएला की कुछ नावों को तबाह भी कर दिया है। उसका आरोप है कि ये नावें ड्रग्स ले जा रही थीं। हालांकि वेनेजुएला ने इन आरोपों को गलत बताया है। वेनेजुएला ने इसके जवाब में कहा कि अमेरिका का यह ऑपरेशन उसकी आजादी पर हमला है।
अमेरिका ने वेनेजुएला राष्ट्रपित मादुरो पर 7 अगस्त को करीब 420 करोड़ रुपए का इनाम रखा था। इसके अलावा उनसे जुड़े 700 मिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति भी जब्त की गई है। इन संपत्ति में दो प्राइवेट जेट भी शामिल हैं। दरअसल ट्रम्प प्रशासन का आरोप है कि मादुरो ड्रग तस्कर हैं और ड्रग कार्टेल के साथ मिलकर अमेरिका में फेंटानाइल मिला कोकीन भेजने में जुटे हैं। साथ ही अमेरिकी अधिकारियों ने भी कहा है कि मादुरो के पास 7 टन कोकीन है, जिसे वे अमेरिका भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
वेनेजुएला और अमेरिका दोनों देशों के बीच कई दशकों से राजनीतिक मतभेद चल रहे हैं। दरअसल वेनेजुएला, अमेरिकी की पूंजीवादी और विदेश नीतियों को लेकर कड़ी आलोचना करता है। तो वहीं अमेरिका, वेनेजुएला में मानवाधिकार के उल्लंघन पर पिछले कई सालों से नाराजगी जताता रहा है। बता दें लगभग 100 साल पहले वेनेजुएला में तेल भंडारों की खोज हुई थी। तेल की खोज होने के 20 साल बाद ही वेनेजुएला दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक देशों में से एक बन गया, जिससे उसे प्रसिद्धि मिली। यहां तक कि उसे लैटिन अमेरिका का सऊदी अरब कहा जाने लगा।