Aakash Waghmare
15 Nov 2025
-भोपाल। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। शनिवार को आगर मालवा में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने राजा राममोहन राय को अंग्रेजों का दलाल कह दिया। इसको लेकर उनसे कई बार संपर्क किया गया लेकिन उपलब्ध नहीं हुए। परमार इसके पहले कोलंबस द्वारा अमेरीका की खोज नहीं बल्कि हमारे पूर्वजों द्वारा किए जाने की बात कहते हुए चर्चा में आए थे। शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि अंग्रेजी शिक्षा के माध्यम से इस देश के लोगों की आस्था को बदलने का कुचक्र चल रहा था, कई लोगों को फर्जी समाज सुधारक अंग्रेजों ने बना रखा था। उनमें से एक राजा राममोहन राय भी थे। वो अंग्रेजों के दलाल के रूप में इस देश में कार्य कर रहे थे।
परमार यहीं नहीं रुके, वे बोले- राजा राममोहन राय ने धर्मांतरण करने का जो चक्र चलाया था उसको रोकने का साहस किसी ने किया था तो बिरसा मुंडा ने किया था, संसार को बचाने का, आदिवासी समाज को बचाने का काम अगर किसी ने किया था तो वह बिरसा मुंडा ने किया था। परमार ने यह भी कहा कि बिरसा मुंडा शिक्षा प्राप्त करना चाहते थे, लेकिन उस समय केवल अंग्रेजों द्वारा संचालित मिशनरी स्कूल ही उपलब्ध थे। परमार का यह वीडियो वायरल रहा।
बिपिन चंद्र ने अपनी पुस्तक मॉडर्न इंडिया में लिखा : राममोहन राय भारत के पहले आधुनिक सुधारक, विचारक, सती निरोध कानून के प्रमुख सूत्रधार थे। अंग्रेजों के साथ राजनीतिक संवाद को रिफॉर्म निगोशिएशन कहा।
सुमित सरकार ने अपनी पुस्तक में लिखा : राममोहन राय ने ईस्ट इंडिया कंपनी की नीतियों की आलोचना की, कर्मचारियों को प्रेस की स्वतंत्रता देने की मांग उठाई। भारतीयों के लिए समान कानूनों की वकालत की।