
जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम को मंगलवार को आतंकियों ने खूनी खेल का मैदान बना दिया। दोपहर करीब 2:30 बजे बैसरन मैदान में वर्दीधारी आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। यह हमला जम्मू-कश्मीर में हाल के वर्षों का सबसे भयावह आतंकी हमला माना जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने घटना में शामिल तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं।
वर्दी में आए थे आतंकी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकवादी सेना की वर्दी में आए थे जिससे वे आसानी से लोगों के बीच घुलमिल गए। अचानक ही उन्होंने बैसरन मैदान में मौजूद पर्यटकों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। अफरातफरी मच गई और चारों ओर चीख-पुकार सुनाई देने लगी। हमले में मरने वालों में यूएई और नेपाल के दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आतंकी वारदात को अंजाम देकर भागने में सफल हो चुके थे। सुरक्षाबलों ने तुरंत पूरे क्षेत्र को घेर लिया और सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया। पूरे इलाके को सील कर जांच की जा रही है।
आतंकियों के स्केच जारी हुए
सुरक्षा एजेंसियों ने घटना में शामिल तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। सूत्रों के अनुसार, ये सभी आतंकी पाकिस्तान के रहने वाले हैं और उन्होंने स्थानीय नेटवर्क की मदद से हमले को अंजाम दिया। इनकी पहचान की जा रही है और सुराग मिलने की उम्मीद है।
4 संदिग्ध आतंकियों की तस्वीर वायरल
इस कायराना हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें चार लोग हथियारबंद नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह पहलगाम में हमला करने वाले 4 आतंकवादियों की तस्वीर है। लेकिन, अभी सेना या सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से तस्वीर नहीं जारी की गई है सिर्फ संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए गए हैं।
लश्कर-ए-तैयबा के TRF ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इस हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद उर्फ सैफुल्लाह कसूरी है, जो लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ भी बताया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित
इस हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सभी पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार इस हमले को बेहद गंभीरता से ले रही हैं और आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ने का भरोसा दिया गया है।