Naresh Bhagoria
21 Dec 2025
भोपाल। मध्यप्रदेश में नशे के खिलाफ जन-जागरूकता लाने के लिए पुलिस मुख्यालय से सोमवार को विशेष अभियान ‘नशे से दूरी – है जरूरी’ की शुरुआत की गई। यह अभियान 15 से 30 जुलाई 2025 तक चलाया जाएगा। पुलिस महानिदेशक (DGP) कैलाश मकवाना ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संदेश का वाचन करते हुए अभियान का विधिवत उद्घाटन किया और साथ ही अभियान के पोस्टर का विमोचन भी किया।
डीजीपी मकवाना ने इस अवसर पर कहा कि ड्रग्स एक सामाजिक बीमारी बन चुकी है, जो युवाओं को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से कमजोर बना रही है। उन्होंने कहा कि इस विकराल समस्या से निपटने के लिए सभी विभागों और समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से प्रदेशवासियों से इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा- हम नशामुक्त समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा 15 जुलाई से 30 जुलाई तक ‘नशे से दूरी है जरूरी’ नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में पुलिस, प्रशासन, स्कूल, कॉलेज, पंचायत, नगरीय निकाय, सामाजिक संस्थाएं, जनप्रतिनिधि, मीडिया और आमजन सभी मिलकर नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे।
अभियान में सिर्फ पुलिस ही नहीं, बल्कि विभिन्न विभागों और संगठनों की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है। इसमें शामिल हैं..
अभियान के दौरान पूरे प्रदेश में प्रतिदिन विभिन्न जन-जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। जैसे कि…
इस अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक सीआईडी पवन श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (नारकोटिक्स) के. पी. वेंकटेश्वर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने के लिए हर स्तर पर सतत प्रयास ज़रूरी हैं।
पुलिस महानिदेशक मकवाना ने कहा कि नशा युवाओं की ऊर्जा और भविष्य को निगल रहा है। यह सिर्फ कानून और व्यवस्था का मामला नहीं, बल्कि सामाजिक पुनर्निर्माण का कार्य है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने आसपास के लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करें।