Naresh Bhagoria
21 Dec 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश के रेल यात्रियों को रविवार को दो नई एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिली। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जबलपुर-रायपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस और रीवा-पुणे (हडपसर) एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम इस मौके पर उज्जैन से वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े थे, जबकि रेल मंत्री कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि नई ट्रेनों की शुरुआत से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बीच रेल कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इससे व्यापार, पर्यटन और लोगों की आवाजाही को व्यापक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि रीवा की टाइगर सफारी और शारदा देवी शक्तिपीठ जैसे धार्मिक-पर्यटन स्थलों तक पहुंचना अब आसान होगा, वहीं जबलपुर के भेड़ाघाट और अन्य दर्शनीय स्थलों की ओर पर्यटकों का रुझान बढ़ेगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत रेलवे को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने की दिशा में अभूतपूर्व काम हुआ है। उन्होंने कहा, 11 साल में 34 हजार किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं और रोजाना औसतन 12 किलोमीटर रेलवे लाइन तैयार हो रही है। 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। देश के गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों के लिए रेल यात्रा को सुलभ और सम्मानजनक बनाने का काम हुआ है।
रेल मंत्री ने बताया कि जबलपुर-रायपुर एक्सप्रेस से आदिवासी अंचल को सीधा लाभ मिलेगा। रीवा से पुणे की ट्रेन राजधानी से महानगर तक बेहतर संपर्क प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे अब भावनगर में पोर्ट और कंटेनर टर्मिनल, राणावाद में कोच मेंटेनेंस फैसिलिटी और सारडिया से बांसजालिया तक नई रेल लाइन जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है।
रेल मंत्री वैष्णव ने बताया कि अब तक 8 अमृत भारत एक्सप्रेस शुरू की जा चुकी हैं, जिनमें वंदे भारत जैसी सुविधाएं बेहद कम किराए पर दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही मुंबई से अहमदाबाद के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन शुरू की जाएगी, जो मात्र 2 घंटे 13 मिनट में सफर पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारतीय रेलवे ने ऐतिहासिक प्रगति की है। उन्होंने कहा, इलेक्ट्रिफिकेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। रेलवे में बजट 2.65 लाख करोड़ तक पहुंच गया है, जो यह दर्शाता है कि भारत किस तेजी से बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है।