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Zika Virus Case : पुणे में जीका वायरस का प्रकोप बढ़ा, 6 केस मिलने से हड़कंप मचा, इनमें 2 प्रेग्नेंट महिलाएं

महाराष्ट्र के पुणे में जीका वायरस का प्रकोप बढ़ गया है। सोमवार को दो और मामले सामने आए। इसके बाद शहर में पुष्ट मामलों की संख्या 6 हो गई है। जिसमें से दो प्रेग्नेंट महिलाएं भी हैं। जानकारी सामने आने के बाद से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।

डॉक्टर और उनकी बेटी पॉजिटिव

पुणे में जीका वायरस का पहला केस 21 जून को सामने आया था। एरंडवाने इलाके में रहने वाले 46 वर्षीय डॉक्टर के बाद उनकी 15 साल की बेटी भी संक्रमित मिली थी। उनके टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया और प्रभावित क्षेत्र से सैंपल इकट्ठा किए। शनिवार को यह पुष्टि हुई कि एरंडवाने की एक गर्भवती महिला और मुंधवा के एक 22 वर्षीय व्यक्ति में भी इसके वायरस पाए गए।

डॉक्टर्स की निगरानी में हैं दोनों गर्भवती महिलाएं

पुणे नगर निगम (PMC) की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कल्पना बलिवंत ने बताया कि लिए गए 25 सैंपल्स में से 12 एरंडवाने इलाके से थे। इनमें से 7 सैंपल गर्भवती महिलाओं के थे, जिसमें से दो गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस पाया गया। जीका से संक्रमित गर्भवती महिलाओं को अधिक जोखिम माना जाता है। इसलिए दोनों गर्भवती महिलाएं डॉक्टर्स की निगरानी में हैं।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुंधवा से भी 13 सैंपल लिए थे, जिनमें से किसी भी गर्भवती महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं थी।

क्या होता है जीका वायरस?

जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाली एक खतरनाक बीमारी है। ये बीमारी एडीज मच्छर के काटने से ही फैलती है। एडीज मच्छर दिन के समय ही ज्यादा एक्टिव होते हैं। इस वायरस से होने वाला संक्रमण खतरनाक होता है और मरीज के अस्पताल में भर्ती होने की भी नौबत भी आ सकती है। जीका वायरस फैलने का खतरा एडीज एल्बोपिक्ट्स और एडीज इजिप्टी से होता है।

जीका के लक्षण

जीका वायरस से संक्रमित होने पर बुखार और मलेरिया के मिले-जुले लक्षण नजर आते हैं। इसमें बुखार, रैशेज, जोड़ों, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण दिखते हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। ऐसे में बीमार व्यक्ति से करीब 3 हफ्ते तक दूरी बनाकर रखना जरूरी होता है।

बचाव

  • सामान्य दर्द और बुखार दवाओं से जीका वायरस का इलाज किया जा सकता है।
  • आराम और भरपूर पानी के सेवन की सलाह दी जाती है।
  • क्योंकि जीका मच्छरों से फैलता है, उनसे बचने का मतलब है जीका से बचना।
  •  मच्छर स्प्रे को छिड़कना बेहद सहायक हो सकता है।

गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा

जीका वायरस से सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं को है। क्योंकि, वह जीका वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा आती हैं। जीका वायरस अगर गर्भवती महिला के भ्रूण में फैला तो इससे अजन्मे बच्चे में मस्तिष्क दोष पैदा हो सकता है।

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