मुंबई। महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग की भारी वर्षा की चेतावनी के बाद पनवेल, ठाणे, भिवंडी और नवी मुंबई की नगरपालिकाओं ने एहतियाती कदम उठाते हुए बुधवार, 20 अगस्त को अपने अधिकार क्षेत्र के सभी स्कूलों, कॉलेजों और प्रशिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है। इन क्षेत्रों में सभी सरकारी और निजी स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे। यह निर्णय आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के अंतर्गत लिया गया है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से छात्रों को सुरक्षित रखा जा सके।
भारतीय मौसम विभाग ने रायगढ़ जिले और आसपास के क्षेत्रों के लिए भारी से अति भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया था। ऐसे हालात में स्थानीय प्रशासन ने पहले से सतर्क होकर शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। ठाणे, भिवंडी और नवी मुंबई नगरपालिकाओं ने भी इसी तरह का आदेश जारी किया है। इसका अर्थ है कि इन क्षेत्रों में शिक्षा से जुड़ी सभी गतिविधियां एक दिन के लिए स्थगित रहेंगी। परीक्षाएं और प्रशिक्षण कार्यक्रम यदि पहले से निर्धारित थे, तो उन्हें स्कूल स्तर पर आगे की तिथि के लिए पुनर्निर्धारित किया जाएगा।
अवकाश शिक्षण कार्य पर ही नहीं बल्कि सभी तरह की शैक्षणिक गतिविधियों पर लागू होगा। दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर यह संदेश फैलने लगा था कि मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने भी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। बीएमसी ने स्पष्ट किया है कि यह खबर फर्जी है और मुंबई शहर में स्कूल बंद करने का आदेश नहीं दिया गया है। महाराष्ट्र में कक्षा 11वीं की प्रवेश प्रक्रिया भी इस बारिश से प्रभावित हुई है। शिक्षा विभाग ने स्पेशल राउंड के तहत होने वाली प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तिथि को बढ़ाकर अब 22 अगस्त कर दिया है। मुंबई के कुछ डिग्री कॉलेज ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प भी देख रहे हैं, ताकि पढ़ाई पूरी तरह बाधित न हो।