
ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट पर शनिवार को एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए। शुरुआती जांच के मुताबिक, घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थों को रखने में लापरवाही बरती गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। यह धमाका शाहिद राजाई पोर्ट के सिना कंटेनर यार्ड में हुआ, जहां ट्रांसपोर्ट कंटेनर्स के साथ ऑयल और पेट्रोकेमिकल पदार्थ भी स्टोर किए जाते हैं।
ऑयल फैसिलिटी को नहीं पहुंचा नुकसान
रेस्क्यू टीमें घटनास्थल से घायलों को निकालने में जुटी हैं। ईरानी मीडिया ने बताया कि विस्फोट से किसी भी एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान नहीं पहुंचा है। नेशनल ईरानी पेट्रोलियम रिफाइनिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने भी पुष्टि की कि ऑयल फैसिलिटी सुरक्षित हैं। बंदर अब्बास पोर्ट ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 1000 किमी दूर स्थित है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पोर्ट से धुएं का घना गुबार उठता दिख रहा है और कई गाड़ियां भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं।
पहले भी साइबर हमले का शिकार हो चुका है पोर्ट
बंदर अब्बास पोर्ट का इतिहास पहले भी विवादों से जुड़ा रहा है। मई 2020 में, ईरान ने इजरायल पर इस पोर्ट पर बड़े साइबर हमले का आरोप लगाया था, जिससे कंप्यूटर सिस्टम क्रैश हो गया था और कई दिनों तक अफरातफरी का माहौल रहा था। ताजा धमाका उस समय हुआ है जब ईरानी अधिकारी अमेरिकी अधिकारियों के साथ नए परमाणु समझौते को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
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