Mithilesh Yadav
9 Nov 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर की शुरुआत में ही कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। ठंड ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने पूरे प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है। 7 और 8 नवंबर की रात कई शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। वहीं राजगढ़ राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पचमढ़ी से भी कम है।
राजधानी भोपाल और इंदौर में भी तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। रीवा में पारा 9.6 डिग्री, रायसेन में 10 डिग्री, उमरिया में 10.2 डिग्री, नौगांव में 10.7 डिग्री और गुना में 11.2 डिग्री सेल्सियस रहा। तेज ठंड के चलते कई जगह लोगों ने अलाव जलाना शुरू कर दिया है। सड़क किनारे, मोहल्लों और चौक-चौराहों पर लोग कंबल ओढ़े ठंड से बचते नजर आए।
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत में बर्फबारी और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते बर्फीली हवाएं लगातार मध्यप्रदेश की ओर बढ़ रही हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो यह नवंबर पिछले 30 सालों में सबसे ठंडा साबित हो सकता है। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी का तापमान भी 15.4 डिग्री तक पहुंच गया है जो सामान्य से काफी कम है।
मौसम विभाग ने रविवार, 10 नवंबर के लिए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, राजगढ़, देवास, सीहोर, शाजापुर, सतना और रीवा में ठंडी हवाओं का असर जारी रहेगा। साथ ही ग्वालियर, मुरैना, भिंड, टीकमगढ़, पन्ना, छतरपुर और निवाड़ी में भी तापमान और नीचे जाने की संभावना है।
विशेषज्ञों के अनुसार यह अभी शुरुआती ठंड है। दिसंबर तक तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। लोगों को अब सुबह-शाम ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।