इंदौर। शहर में बढ़ते शोर-शराबे और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए इंदौर यातायात पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने पिछले तीन से चार महीनों में करीब 1500 मॉडिफाइड साइलेंसर और 60 हूटर/सायरन जब्त कर नष्ट कर दिए हैं। सोमवार को विजय नगर स्थित सर्विस रोड पर इन सभी उपकरणों को लाइन में लगाकर रोड रोलर से कुचलकर नष्ट किया गया।
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, कई वाहन चालक अपने दोपहिया और चारपहिया वाहनों में ऊंची आवाज वाले मॉडिफाइड साइलेंसर और हूटर लगवा रहे थे। इससे शहर के कई इलाकों में ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा था और ट्रैफिक अनुशासन भी प्रभावित हो रहा था। डीसीपी ट्रैफिक आनंद कलंदगी ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से चल रहे अभियान के तहत शहर के विभिन्न इलाकों से इन उपकरणों को जब्त किया गया। अब इन्हें सार्वजनिक रूप से नष्ट कर लोगों को संदेश दिया गया है कि नियम तोड़ने वालों पर कोई रियायत नहीं मिलेगी।
ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि कार्रवाई सिर्फ वाहन चालकों तक सीमित नहीं रही, बल्कि उन दुकानों पर भी छापेमारी की गई, जहां से ये मॉडिफाइड साइलेंसर और हूटर बेचे जा रहे थे। कई सर्विस स्टेशनों और गैराजों से ऐसे अवैध उपकरण जब्त किए गए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि कोई दोबारा इस तरह का सामान बेचता या फिट करता पाया गया, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को विजय नगर सर्विस रोड पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, पुलिस ने जब्त किए गए 1500 साइलेंसर और करीब 60 हूटर/सायरन को एक साथ लाइन में रखवाया और रोड रोलर से कुचलवाकर नष्ट कर दिया। इस मौके पर ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह सिर्फ प्रतीकात्मक कार्रवाई नहीं, बल्कि नियम पालन के प्रति जनता में जागरूकता बढ़ाने का एक संदेश है।
अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में यह अभियान और भी तेज किया जाएगा। कई वाहन चालक बाहर के राज्यों से ऐसे उपकरण लगवाकर आ रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि शहर में ध्वनि प्रदूषण रोकने और ट्रैफिक अनुशासन कायम रखने के लिए लगातार कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नागरिकों से अपील की गई है कि वे ऐसे उपकरण अपने वाहनों में न लगवाएँ, अन्यथा सख्त जुर्माना और वाहन जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
डीसीपी आनंद कलंदगी ने कहा- हमारा उद्देश्य सिर्फ कार्रवाई करना नहीं, बल्कि शहर में ट्रैफिक अनुशासन और शांत वातावरण बनाए रखना है। जो लोग नियम तोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। भविष्य में यह अभियान और भी सख्त होगा।