
इंदौर। शहर के विजयनगर पुलिस द्वारा अंतरराज्यीय फर्जी मार्कशीट बनाने वाला गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। आरोपियों द्वारा 5 सालों से यह रैकेट इंदौर में बैठकर इंदौर सहित अन्य राज्यों में फैला रखा था। फर्जी मार्कशीट बनाने वाला गिरोह डिमांड के हिसाब से फर्जी मार्कशीट बनाया करता था। जहां पर बी-फार्मा, डी-फार्मा सहित 10वीं-12वीं की सभी मार्कशीट्स को तैयार कर दिया जाता था।
अधिकतर यह मार्कशीट वो बेरोजगार व्यक्ति बनवाते थे, जिन्हें निजी फैक्ट्री या कंपनी में नौकरी की तलाश होती थी। गिरोह के सदस्य बाजार में जो डिमांड होती थी, उस हिसाब से मार्कशीट बनाया करते थे।
जानें पूरा मामला
डीसीपी अभिषेक आनंद के अनुसार, आरोपी दिनेश पिता सेवक राम तिरोले और उसका अन्य साथी मनीष राठौर निवासी उज्जैन को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों ने अब तक हजारों की संख्या में मार्कशीट बनाकर बाजार में कई लोगों को दी है। आरोपी 8वीं, 10वीं, बीए.एमएस बीएचएमएस, लैब टेक्नीशियन, एम.फार्मा, डी.फार्मा सहित कई अन्य जगह की मार्कशीट बनाते थे।
आरोपियों द्वारा मार्कशीट्स को दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों में भी बेचा जाता था। फर्जी मार्कशीट बनाकर अब तक आरोपियों ने करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति जुटा रखी है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। वहीं, पुलिस आरोपियों के बैंक खाते की भी जांच कर रही है। जिससे जल्द इसके अन्य सदस्य की भी गिरफ्तारी हो सके।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) July 31, 2023
(इनपुट – हेमंत नागले)
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