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तेज और व्यस्त जीवनशैली के चलते लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। लंबे समय तक असंतुलित खानपान, पर्याप्त व्यायाम न करना और मानसिक तनाव हमारे हृदय पर भारी प्रभाव डालते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेशर), बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल और लगातार तनाव इन समस्याओं के मुख्य कारण हैं। गलत आदतें जैसे जंक फूड का अधिक सेवन, देर रात तक जागना और शारीरिक गतिविधियों की कमी हृदय संबंधी जोखिमों को और बढ़ा सकती हैं। इसलिए, आज के समय में अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाना बेहद महत्वपूर्ण है। संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और तनाव प्रबंधन की तकनीकों को अपनाना दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। छोटे-छोटे बदलाव जैसे पर्याप्त नींद लेना, पानी की पर्याप्त मात्रा पीना और तंबाकू या शराब से दूरी बनाए रखना भी हृदय की सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।
भारत में दिल की बीमारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हर साल लाखों लोग हार्ट अटैक की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं। इसके पीछे मुख्य कारण धूम्रपान, डायबिटीज, तनाव, बदलती लाइफस्टाइल, प्रदूषण और गलत खान-पान हैं। हार्ट अटैक अब सिर्फ बुजुर्गों की समस्या नहीं रह गई है, बल्कि युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं।
डॉक्टरों के अनुसार, हार्ट अटैक तब होता है जब दिल तक जाने वाली रक्त धमनियों में ब्लॉक या रक्त का प्रवाह रुक जाता है। इससे दिल की मांसपेशियों तक ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती और अगर समय रहते इलाज न कराया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है।
हार्ट की समस्या अचानक नहीं होती, यह धीरे-धीरे शरीर में विकसित होती है। हाई ब्लड प्रेशर, अधिक कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और स्मोकिंग इसके सबसे बड़े कारण हैं। ब्लड प्रेशर धमनियों को नुकसान पहुँचाता है, LDL कोलेस्ट्रॉल धमनियों में फैटी जमा बनाता है और डायबिटीज ब्लड सेल्स को कमजोर कर देती है। इन सब कारणों के कारण बाद में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
अपने जीवनशैली में बदलाव करके हार्ट अटैक का खतरा कम किया जा सकता है। घर का बना, पौष्टिक भोजन खाएं और रोजाना हल्का व्यायाम करें। फल, हरी सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें। सुबह जल्दी उठकर कम से कम आधे घंटे की सैर या व्यायाम करें। धूम्रपान और तंबाकू जैसी आदतों से बचें। नियमित हेल्थ चेकअप कराते रहना भी जरूरी है ताकि समय रहते समस्या पकड़ में आ सके।