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UP के हाथरस में हादसा : सत्संग में मची भगदड़, 100 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत की आशंका, अस्पताल के बाहर पड़ी लाशें; आर्थिक सहायता का ऐलान

हाथरस। हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव रतीभानपुर में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। मंगलवार को अचानक मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका है। जबकि जिला अधिकारी ने अब तक 60 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसे में मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

हादसे के बाद हालात भयावह हो गए। जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया। जिससे अस्पताल के बाहर शवों का ढेर लग गया। कार्यक्रम में एक लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

हेल्पलाइन नंबर जारी

हाथरस के जिला प्रशासन ने घटना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आम लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 05722227041 तथा 05722227042 जारी किए हैं।

मृतकों के परिजनों और घायलों को सहायता

हाथरस भगदड़ हादसा: मृतकों के परिजनों को 4 लाख और घायलों को 1 लाख की आर्थिक सहायता मिलेगी, केंद्र सरकार और UP सरकार ने घोषणा की, PM नरेंद्र मोदी और UP के CM योगी आदित्यनाथ ने “X” पर जानकारी दी।

शवों को देख पुलिसवाले को आया हार्टअटैक

एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश (30) को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौके पर मौत हो गई। मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला सिपाही क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया।

एसडीएम ने दी थी कार्यक्रम की अनुमति

हाथरस के डीएम आशीष कुमार का कहना है कि जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है और लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने मुझे करीब 50-60 मौतों का आंकड़ा बताया है। ये एक निजी कार्यक्रम था, जिसके लिए आयोजकों ने एसडीएम से अनुमति ली थी। मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया।

वहीं, सीएचसी का कहना है कि इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 50-60 हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।

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क्यों बनी भगदड़ की स्थिति

जानकारी के मुताबिक, भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। समापन के दौरान भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि सभी लोग एक निकल रहे थे। पहले निकलने के चक्कर में ये भगदड़ मच गई। कीचड़ में लोग एक के ऊपर एक गिरते रहे, कोई संभालने वाला नहीं था।इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। घायलों इलाज के लिए एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है।

बढ़ सकता मौत का आंकड़ा

एटा के मेडिकल कॉलेज के सीएमओ ने बताया कि सिकंदराराऊ के पास एक सत्संग या महोत्सव चल रहा था। इसी दौरान वहां पर भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 50-60 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वालों में महिलाएं और पुरुष शामिल हैं। सीएमओ का कहना है कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि घायलों को लगातार अस्पताल ला जा रहा हैं।

27 लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे

सिकंदराराऊ के थाना प्रभारी आशीष कुमार ने बताया कि इस थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में भोलेबाबा के सत्संग के दौरान यह भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई है तथा अनेक अन्य घायल हो गए हैं। इस बीच, पड़ोस में स्थित एटा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश चंद्र त्रिपाठी और जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि भगदड़ में मारे गए 27 लोगों के शव एटा के पोस्टमार्टम हाउस भेजे जा चुके हैं।

CM ने दिए जांच के निर्देश

मुख्यमंत्री ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने जनपद हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।

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