Hemant Nagle
10 Nov 2025
Naresh Bhagoria
10 Nov 2025
Naresh Bhagoria
10 Nov 2025
भोपाल। जबलपुर जिले में धान खरीदी और भंडारण में हुई गड़बड़ी सामने आने के बाद खाद्य विभाग ने अन्य जिलों में भी इस तरह के गड़बड़ी होने की आशंका जाहिर की है। इस मामले में विभाग ने सभी कलेक्टरों से गैर मान्यता प्राप्त खरीदी केन्द्र गोदाम संचालकों के जरिए की गई खरीदी और अनाधिकृत किसानों से धान की बिक्री और खरीदी के रिकार्डों की जांच-पड़ताल करने के लिए कहा है। विभाग ने यह भी कहा कि अगर कहीं इस तरह के मामले सामने आते हैं तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसके अलावा जबलपुर धान खरीदी मामले से पूर्व की गई खरीदी पर विस्तार से जांच पड़ताल कर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है। कलेक्टरों को यह रिपोर्ट अगले सप्ताह देना होगी।
प्रदेश के सतना, सीधी सहित 27 धान उत्पादन वाले जिलों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है। इस दौरान जिन किसानों से धान खरीदी गई है,राजस्व विभाग से उनकी जमीन का आकलन भी करने के लिए कहा गया है। उनके क्षेत्रों में एक एकड़ में धान उत्पादन के क्या मापदंड हैं, इसका आकलन किया जाएगा। अब तक मध्य प्रदेश में 36 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। खरीदी का काम 19 जनवरी तक चलेगा।
रीवा, सतना, मऊगंज, सिंगरौली, उमरिया, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, दमोह, पन्ना, रायसेन, सीहोर, ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, सागर और दतिया जिला शामिल है।
जबलपुर में कुछ गोदाम संचालकों ने महिला स्व सहायता के माध्यम से बिना खरीदी केन्द्र बने ही करोड़ों की धान किसानों से खरीद ली। ज्यादातर धान की मात्रा एफएक्यू से नीचे थी। जांच में यह भी पाया गया कि कई टन धान भींगी और खराब हो गई। धान की खरीदी सिकमी और बटाईदारों के नाम पर की गई थी, जो वास्तव में नहीं पाए गए थे। इसके अलावा जो बटाईदार थे, उनके पास उतनी जमीन नहीं थी। शिकायत होने पर इस मामले में तत्कालीन प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने कई अधिकारियों पर कार्रवाई भी की थी।
कलेक्टरों से रिपोेर्ट बुलाई है धान खरीदी में गड़बड़ी की संभावनाओं को देखते हुए कलेक्टरों से धान खरीदी की जांच रिपोर्ट बुलाई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। -स्मिता भारद्वाज, एसीएस, खाद्य विभाग मप्र