
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया को गति देते हुए अगले दो दिनों में 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों के चयन की घोषणा की तैयारी कर ली है। सोमवार 1 जुलाई को आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना और महाराष्ट्र में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल हो चुके हैं। इन सभी राज्यों में केवल एक-एक उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल किया है, जिससे इन राज्यों में निर्विरोध अध्यक्ष नियुक्त होने जा रहे हैं।
मंगलवार (2 जुलाई) को मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दमन दीव और लद्दाख में नामांकन दाखिल किए जाएंगे। इसके बाद 3 जुलाई को इन राज्यों में भी नए अध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी।
संगठनात्मक प्रक्रिया का महत्व
भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता जब तक पार्टी के कम से कम 50% राज्य इकाइयों में संगठन चुनाव नहीं हो जाते। भाजपा की 37 मान्यता प्राप्त राज्य इकाइयां हैं, जिनमें से अब तक 14 राज्यों में अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। 1 और 2 जुलाई को 11 और राज्यों में चुनाव पूरे हो जाएंगे, जिससे कुल संख्या 25 हो जाएगी- जो कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आवश्यक न्यूनतम संख्या से अधिक है।
कौन-कौन बनेंगे प्रदेश अध्यक्ष?
उत्तराखंड: महेंद्र भट्ट (मौजूदा अध्यक्ष)
हिमाचल प्रदेश: राजीव बिंदल (मौजूदा अध्यक्ष)
महाराष्ट्र: रवींद्र चव्हाण (वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष)
आंध्र प्रदेश: पीवीएन माधव
तेलंगाना: रामचंद्र राव
पुडुचेरी: वीपी रामलिंगम
मिजोरम: डॉ. के बैचुआ (हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री)
इन सभी नेताओं के नामांकन हो चुके हैं और 1 जुलाई को ही इनके अध्यक्ष बनने की औपचारिक घोषणा हो गई।
2 जुलाई को इन राज्यों में होगी घोषणा
- मध्य प्रदेश
- पश्चिम बंगाल
- दमन और दीव
- लद्दाख
इन राज्यों में 2 जुलाई को अध्यक्षों के नाम फाइनल कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही भाजपा की संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया लगभग पूरी हो जाएगी।
जेपी नड्डा का कार्यकाल पूरा
जेपी नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो गया था। वे फिलहाल एक्सटेंशन पर हैं और अब केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं। भाजपा का संविधान किसी व्यक्ति को लगातार दो कार्यकाल तक अध्यक्ष बनाए जाने की अनुमति देता है, लेकिन पार्टी अब नया नेतृत्व लाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
नड्डा को 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था और 2020 में वे पूर्णकालिक अध्यक्ष बने थे। उनका कार्यकाल जनवरी 2023 में खत्म होना था, जिसे 2024 लोकसभा चुनाव तक बढ़ा दिया गया था।
जुलाई मध्य तक हो सकता है राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव पूरे होते ही राष्ट्रीय परिषद के सदस्य भी तय होंगे, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में मतदान करेंगे। अनुमान है कि जुलाई के मध्य तक भाजपा अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लेगी। इस पद के लिए संभावित चेहरों में कई वरिष्ठ नेताओं के नाम की चर्चा है, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व द्वारा तय प्रक्रिया के अनुसार लिया जाएगा।